भारत ने पाक से सीमा पार आतंकवाद पर जताई चिंता।
पाकिस्तान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि जो लोग दूसरे देशों में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात कर रहे हैं वो अपने देश में “उन्हें रौंद रहे हैं। वे खुद के पीड़ित होने की बात कह रहे हैं जबकि वास्तव में वे साजिशकर्ता हैं।”
भारत के एक वरिष्ठ राजनयिक ने यहां संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बैचलेट से मुलाकात की और उन्हें जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य करने के लिये उठाए गए कदमों की जानकारी दी और साथ ही पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद से होने वाले खतरे को लेकर भारत की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) विजय ठाकुर सिंह ने गुरुवार को जिनेवा में बैचलेट से मुलाकात की। इससे कुछ दिन पहले ही मानवाधिकार के लिये संरा उच्चायुक्त ने कश्मीर में प्रतिबंधों के प्रभाव को लेकर “गहरी चिंता” व्यक्त की थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक ट्वीट में कहा कि सिंह ने बैचलेट को “जम्मू कश्मीर में धीरे-धीरे सामान्य स्थित की बहाली के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी।”
उन्होंने कहा कि संरा मानवाधिकार उच्चायुक्त से अपनी मुलाकात के दौरान सिंह ने “पाक की तरफ से हो रहे सीमा पार आतंकवाद पर भारत की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया।”
संरा मानवाधिकार परिषद के 42वें सत्र को मंगलवार को संबोधित करने के दौरान सिंह ने कश्मीर पर “दुर्भावनापूर्ण” अभियान चलाने को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए “राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद” के लिये उसकी निंदा की।
पाकिस्तान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि जो लोग दूसरे देशों में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात कर रहे हैं वो अपने देश में “उन्हें रौंद रहे हैं। वे खुद के पीड़ित होने की बात कह रहे हैं जबकि वास्तव में वे साजिशकर्ता हैं।”
भारत ने पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को रद्द कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था। इसके विरोध में पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों के स्तर को घटा दिया था।
source – P.T.I