जानिए मधुमेह को रोकने के लिए कुछ असरदार व् अनोखे नुस्खे।
मधुमेह की शिकायत वाले लोगों से अनुरोध है कि 45 साल की उम्र के बाद, हर साल नियमित रूप से पूर्ण स्वास्थ्य जांच कराना ज़रूरी है ताकि आप मधुमेह के साथ साथ अन्य रोगों से भी दूर रहें।
मधुमेह आज के समय एक ऐसा खतरनाक रोग बनता जा रहा है, जो शरीर को धीरे-धीरे खोखला कर बाद में जान हानि का नुक्सान भी कर देता है। एक बार यह बीमारी होने पर जीवनभर तक साथ नहीं छोड़ती है।
हमारे शरीर में ब्लड शुगर बढ़ने से ही यह बीमारी होती है और इंसुलिन सही तरीके से काम नहीं करता है। यानी यह कह सकते है कि इसमें कई तरह की समस्याओं से सामना भी होता है। जिसको अगर नजरअंदाज किया जाये तो शरीर के दूसरे अंग निष्क्रिय हो सकते हैं। इसलिए आज हम डायबटीज़ यां मधुमेह की जटिलताओं को रोकने के लिए कुछ चमत्कारी टिप्स व् नुस्खों को जानेगें।
1.खाएं कम कैलरी – मधुमेह की शिकायत वाले लोगों को विशेष रूप से कम कैलोरी वाला आहार खाना चाहिए । कई शोधों से पता चला है कि फैट का सेवन कुल कैलोरी की मात्रा के 30 प्रतिशत से ज़ायदा नहीं होना चाहिए जबकि सैचुरेटेड फैट (संतृप्त वसा) सिर्फ 10 प्रतिशत तक ही लेना चाहिए।
इसलिए डाक्टरों का मानना है कि ताज़ी सब्जियां, ताज़े फल, साबुत अनाज, डेयरी उत्पादों और ओमेगा -3 वसा के स्रोतों को हमे अपने आहार में शामिल करना चाहिए । इसके अलावा मधुमेह रोगियों को फाइबर की मात्रा का भी अधिक सेवन करना चाहिए ।
2.ग्लूकोज की नियमित जाँच – डाक्टरों का मानना है कि डायबटीज़ या मधुमेह के मरीजों को नियमित रूप से अपने रक्त में ग्लूकोज की जांच करनी चाहिए।
आपको बता दें कि ब्लड शुगर जांच किट से आप आसानी से अपने रक्त में ग्लूकोज के स्तर का पता लगा सकते हैं। इसके लिए चिकित्सक द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करना जरूरी है ताकि आपकी मधुमेह जैसे खतरनाक रोग से दूरी नियमित दूर बनी रहे।
3.मोटापे से रखे दूरी – आपको बता दें कि व्यायाम व् योग स्वस्थ रहने के लिए सबसे अच्छा व् चमत्कारी तरीका है। यह डायबटीज़ व् मधुमेह के दौरान शरीर में होने वाली समस्याओं को रोकने के साथ पूरे शरीर को पूरी तरह से तंदरुस्त बनाये रखता है।
स्वस्थ्य के जानकार मानते है कि योग व् कसरत से आप हर रोज़ ताज़ा और ऊर्जावान महसूस करते । अधिक वज़न और मोटापे से ग्रस्त लोगों को अपने रोज़ के कार्यों में व्यायाम व् कसरत को अधिक शामिल करना चाहिए। ऐसा करने से आपके शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में बहुत मदद मिलेगी।
4.धूम्रपान ना करें – डाक्टर मानते है कि जो लोग धूम्रपान करते हैं, उनमें मधुमेह होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। यदि आप नशे के शिकार है तो आपको इस आदत को जल्द से जल्द छोड़ना पड़ेगा क्योकिं एक शोध में पता चला है कि ज़्यादा शराब पीने वाले लोगों का वजन तेजी से बढ़ता है और मोटापा बढ़ने से मधुमेह की जटिलतायें भी बढ़ती हैं।
अगर आपको प्रीडायबिटीज है, तो शराब का अधिक सेवन करने से आपको मधुमेह हो सकता है। इसलिए जब आप शराब व् धूम्रपान का सेवन करना छोड़ देंगे तब ही अन्य परिवर्तन आपके स्वास्थ्य पर पूर्ण रूप से प्रभाव कर सकेंगे।
5.तनाम मुक्त रहें -आपको बता दें कि जितना अधिक आप तनाव लेंगे उतना अधिक आप अस्वास्थ्यकर आदतों का पालन करेंगे।
बहुत सारे शोधों से यह पता चला है कि तनाव के कारण हॉर्मोन्स का स्राव बाधिक होता है और इससे रक्त ब्लड ग्लूकोज का स्तर बढ़ता है। जिससे डायबटीज़ व् मधुमेह का ख़तरा कम रहता है। डाक्टर कहते है कि यदि आप तनाव से मुक्त रहें तो आपको मधुमेह रोग से निजात पा सकते है।
6.करे आखों और दांतों की जांच – यदि आप मधुमेह के रोगी है, तो आपको अपने दांतों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि जानकार कहते है कि मधुमेह पीडि़तों को बैक्टीरियल इन्फेक्शन और मसूड़ों से जुड़ी बीमारी होने की संभावनाएं अधिक रहती है।
इसलिए आप दिन में 2 बार दांतों में ब्रश कर सकते है। साथ ही समय-समय पर डेंटिस्ट से भी दांतों की जांच कराते रहना चाहिए। एक शोध में पता चला है कि मधुमेह के मरीजों को कम दिखने की भी समस्या होती है। इसलिए हर 6 महीने में कम से कम 1 बार आंखों की जांच जरूर करवानी चाहिए।
7.स्वास्थ्य जांच – आपको बता दें कि जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम भी बढ़ जाता है जो मधुमेह से जुड़े हैं।
इसलिए मधुमेह की शिकायत वाले लोगों से अनुरोध है कि 45 साल की उम्र के बाद, हर साल नियमित रूप से पूर्ण स्वास्थ्य जांच कराना ज़रूरी है ताकि आप मधुमेह के साथ साथ अन्य रोगों से भी दूर रहें।