जमालपुर रेल प्रशिक्षण संस्थान के स्थानांतरण को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा सहित कई नेता ने केंद्र सरकार पर हमला बोला
भारत सरकार के द्वारा बिहार के जमालपुर में मौजूद रेलवे प्रशिक्षण संस्थान का स्थानांतरित करके उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ले जाने का आदेश दिया है.
केंद्र सरकार द्वारा बिहार के जमालपुर में मौजूद रेलवे प्रशिक्षण संस्थान का स्थानांतरित करके उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ले जाने का आदेश दिया है. इस आदेश पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने सवाल उठाया है. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए इसकी निंदा की और बिहार को इसके खिलाफ लड़ने के लिए कहा.
मुंगेर जिले के जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे इंस्टिट्यूट ऑफ मेकैनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियर [IRIMEE] रेलवे के सबसे पुराने ट्रेनिंग सेंटर में से एक है. अंग्रेजों के जमाने में वर्ष 1888 में यह एक ट्रेनिंग स्कूल के तौर पर शुरू हुआ था. बाद में 1927 से यहां मेकेनिकल के ऑफिसर्स की ट्रेनिंग भी शुरू की गई थी। परन्तु यह संस्था आज सुर्ख़ियों में है
बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने इस मामले को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने अपने ट्वीट में बताया- “जमालपुर में स्थित इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (IRIMEE) को मुंगेर से बाहर शिफ्ट करने को लेकर रेल मंत्रालय के आदेश पर बिहार ने सख्त प्रतिक्रिया जताई थी. मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने इस मामले में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से दखल देने को कहा था.”
उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार ने एक मई को रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर इस फैसले को वापस लेने का आग्रह किया था. IRIMEE रेलवे और बिहार की समृद्ध विरासत का प्रतिनिधित्व करता है. बिहार के साथ इसका बहुत ऐतिहासिक संबंध है, जिसे मजबूत किए जाने की जरूरत है न कि इसे बिहार से अलग किए जाने की.
वरिष्ठ समाजवादी नेता डॉक्टर शिव शरण सिंह[समाजवादी जनता पार्टी चंद्रशेखर ] ने कहा की बिहार की जनता के साथ नीतीश कुमार और भाजपा ने मिल कर के कुठाराघात किया है और यह पूरे बिहार की अस्मिता का प्रश्न है और देश विदेश के रहने वाले सभी बिहारी बंधुओं से हम आग्रह करते हैं की 1988 की परियोजना को किसी दूसरे प्रदेश में ले जाना कहाँ तक न्यायोचित है और सभी लोग अपने स्तर पर जनविरोधी सरकार का पुरजोर विरोध करें।
सादात अनवर युवा अध्यक्ष सजपा चंद्रशेखर ने कहा की यह केंद्र सरकार और राज्य सरकार की सुनियोजित प्रक्रिया का फल है प्रदेश में वैसे ही रोजगार का अकाल है और नितीश कुमार प्रदेश को पूर्णतया खोखला करने के सोच रखे है। विगत 15 साल से केवल छलावे के अलावा कुछ भी नहीं है। अपराध चरम पर है लॉ एंड आर्डर का तो ऊपर वाला ही मालिक है। अध्यापक हड़ताल पर है , रोजगार और प्रतिस्ठानों को मित्रो के हवाले करने की साजिश चल रही है।