३ लाख करोड़ के पार पहुंचा रक्षा बजट -ये बजट कितना कारागार होगा बताया नही जा सकता
इस बार सरकार द्वारा देश का रक्षा बजट 3 लाख करोड़ के पार पहुँच गया है। लेकिन जिस तरह से सेना में मॉडर्नाईजेशन प्लान पर कार्य चल रहा है ये बजट कितना कारागार होगा बताया नही जा सकता।
रक्षा बजट वह बजट है जो सरकार देश की सुरक्षा प्रणाली पर खर्च करती है।देश की तीनों सेनाओं की ज़रूरते इसी बजट से पूरी होती है। इस बार सरकार द्वारा देश का रक्षा बजट 3 लाख करोड़ के पार पहुँच गया है। लेकिन जिस तरह से सेना में मॉडर्नाईजेशन प्लान पर कार्य चल रहा है ये बजट कितना कारागार होगा बताया नही जा सकता।
सूत्रों के मुताबिक़ जिस तरह भारत की तीनों सेनाओं को मडॉनाइजेशन करने का प्लान चल रहा है उस लिहाज से यह बजट बहुत ही कम लागत बताया जा रहा है। वित्त मंत्री ने अपनी स्पीच में ”हौज़ द जोश” के नारे से सबका दिल तो जीता लेकिन देश की रक्षा प्रणाली को ज़रा सा मायूस कर दिया। पिछले साल से इस साल बजट में लगभग 7% की बढ़ोतरी हुई है। बताया जा रहा है कि कुल बजट राशि में से लगभग 1,08,248 करोड़ रुपए की राशि से हथियार, विमान, युद्ध पोत और अन्य सैन्य हार्ड-वेयर की ख़रीद पर खर्च की जाएगी। जानकारी के अनुसार इस मामले में रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान के डा०लक्ष्मण बेहेरा ने कहना है कि सैनिकों की आधुनिकीकरण के हिसाब से आवंटित की गयी राशि पूरी तरह से अपर्याप्त है।
सीमा और जवान-
अभी पाकिस्तान और चीन के साथ देश के तनावपूर्ण संबंध चल रहे है। हर रोज़ सीमा पर न जाने कितने जवान शहीद होते है। हाल ही में पाकिस्तान के साथ सेना की हवाई कार्यवाही में भारतीय सेना ने अपने एक मिग 21 विमान को खोया है। इसलिए मौजूदा हालात में वायु सेना को नए लड़ाकू विमानों की आवश्यकता है।
दूसरी ओर भारतीय नेवी भी देश की सुरक्षा के लिए नई पनडुब्बी के साथ साथ और नए उपकरणों का इंतज़ार कर रही है। कहा जा रहा है कि जब सेना में मडॉनाइजेशन होने का प्लान चल रहा है तो उनके लिए बजट सीमित कर दिया गया है।
एक तरफ देश बढ़ते उग्रवाद का शिकार है, वहीँ दूसरी ओर पड़ोसी देशों के( पाकिस्तान और चीन) के साथ भी संबंध तनावपूर्ण ही चल रहे है।
सरकार द्वारा देश के इस साल का रक्षा बजट सेना के लिए कितना कारगर सिद्ध होगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा ।