पूर्व सांसद व लेखक आनंद मोहन जी की रिहाई नहीं होने पर आक्रोशित हुए कार्यकर्ता।
समाजवादी जनता पार्टी चंद्रशेखर और फ्रेंड्स ऑफ आनंद बेगूसराय के कार्यकर्ता ने बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार का पुतला फूँक कर अपना आक्रोश व्यक्त किया
पूर्व सांसद व लेखक आनंद मोहन जी की रिहाई नहीं होने पर आक्रोशित हुए समाजवादी कार्यकर्ता
चकिया से मल्हीपुर चौक तक आक्रोश मार्च सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंक कर किया विरोध प्रदर्शन।
मौके पर फ्रेंड्स आफ आनंद बेगूसराय के आदित्य सिंह चंदेल व समाजवादी जनता पार्टी चंद्रशेखर के अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि सजा पूरी हो जाने पर भी पूर्व सांसद आनंद मोहन को न छोड़ना राजनितिक साजिश तथा दुर्भावना से प्रेरित कृत्य है।
जब पूर्व सांसद आनंद मोहन जी की तत्कालीन सरकार के राजनीतिक षड्यंत्र के तहत गिरफ्तारी हुई थी। उस समय नीतीश कुमार जी ने आनंद मोहन को निर्दोष बताते हुए रिहाई की मांग को लेकर धरना दिया था। अब तो राज्य में नीतीश कुमार जी की सरकार है, फिर आनंद मोहन जी की रिहाई में देरी क्यों? और सबसे बड़ी बात की उनकी सहयोगी पार्टी भारतीय जनता पार्टी जो कि क्षत्रिय और सवर्ण का सबसे बड़ा हितैषी बनने का प्रयास कर रही है उसको और उसके नेताओं को सांप क्यों सूंघ गया है। नितीश कुमार और बीजेपी सहित उनके सहयोगियों को यह डर है कि अगर चंद्रशेखर जी के राजनितिक उत्तराधिकारी आनंद मोहन जी बाहर आ गए उस दिन से ही बिहार की जनता इनको महत्वहीन कर देगी।
यह सर्व विदित है आनंद मोहन की रचना को सीबीएससी के पाठ्यक्रम में स्थान मिला है। कारागृह में रहते हुए उन्होंने अच्छे आचरण अनुशासन का परिचय दिया है। आनंद मोहन की रिहाई में विलंब होने से पूरे बिहार का क्षत्रिय समाज के साथ-साथ समाजवादी साथी व समस्त अल्पसंख्यक पीड़ित शोषित समाज मर्मआहत है और बिहार की बदहाली तथा राजनीतिक शून्यता को लेकर चिंतित है।
अतः समाजवादी जनता पार्टी चंद्रशेखर के बेगूसराय कार्यकर्ता फ्रेंड्स ऑफ आनंद बेगूसराय के समर्थक जिसमे ललित कुमार,राजा,प्रिंस,सन्नी,पेंटर,चंदन झा दीपक झा,गौरव कुमार उर्फ भुल्ला,राहुल कुमार,राजा,रौशन, मुक्कु, राजशेखर,घनश्याम इत्यादि लोग ने आनंद मोहन की अविलंब रिहाई की मांग की है अन्यथा आज चुनाव के तारीखों का ऐलान हो गया है आने वाले चुनाव में वर्तमान सरकार व उनके सहयोगी दलों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।