जम्मू कश्मीर रिसायत में एहतियात के तौर पर एसएमएस सेवा बंद, जनजीवन बेहाल।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को कहा था कि इंटरनेट सेवाएं जल्दी ही बहाल की जाएंगी लेकिन सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार इसमें दो महीने का समय लग सकता है। कश्मीर में 5 अगस्त को मोबाइल सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था जब केंद्र सरकार ने राज्य का विशेष दर्जा समाप्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।
कश्मीर घाटी में पोस्ट पेड मोबाइल सेवा बहाल होने के कुछ ही घंटों बाद एहतियात के तौर पर एसएमएस सेवा बंद कर दी गयी। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
कश्मीर में सोमवार मध्याह्न को 72 दिनों बाद पोस्ट पेड मोबाइल सेवा बहाल कर दी गयी थी जबकि इंटरनेट अभी भी बंद है।
अधिकारियों ने बताया कि शाम 5 बजे एसएमएस सेवा बंद कर दी गयी।
सोमवार रात 8 बजे शोपियां जिले में दो आतंकवादियों ने राजस्थान के एक ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी और एक बगीचे के मालिक पर हमला किया। पुलिस ने बताया कि मृतक का नाम शरीफ खान है।
हमलावर आतंकवादियों में एक पाकिस्तानी नागरिक शामिल है। आतंकवादियों का यह हताशा शीरमल गांव में किया गया क्योंकि घाटी में फलों के परिवहन में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि 25 लाख से अधिक प्रीपेड मोबाइल फोन और व्हाट्सएप्प समेत अन्य इंटरनेट सेवाएं फिलहाल बाधित रहेंगी।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को कहा था कि इंटरनेट सेवाएं जल्दी ही बहाल की जाएंगी लेकिन सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार इसमें दो महीने का समय लग सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रीपेड सेवाओं पर फैसला अगले महीने लिया जा सकता है। कश्मीर में 5 अगस्त को मोबाइल सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था जब केंद्र सरकार ने राज्य का विशेष दर्जा समाप्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।
जम्मू में प्रतिबंध के कुछ दिनों बाद ही संचार सेवाएं बहाल कर दी गयी थी और अगस्त मध्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी शुरू कर दी गयी थीं। 18 अगस्त को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी।
Source – P.T.I