दिल्ली में कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की संख्या अधिक मुकाबले संक्रमित कोरोना मरीजों से।
दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर सरकार ने जांच की संख्या बढ़ाकर 20 हजार रोजाना के स्तर पर ले गई और संक्रमण के स्तर का पता लगाने के लिए सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण कराया।
दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई महीने के शुरुआती 12 दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों के मुकाबले ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक है।
आंकड़ों के मुताबिक एक जुलाई से 12 जुलाई के बीच दिल्ली में 25,134 लोग संक्रमित हुए जबकि 31,640 लोग ठीक हुए। वहीं, एक जुलाई से छह जुलाई की अवधि को छोड़ दें तो बाकी दिन संक्रमित होने वाले मरीजों के मुकाबले संक्रमण मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या अधिक है।
दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक एक जुलाई से बार 12 जुलाई के बीच रोजाना ठीक होने वालों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुई- पहले छह दिन रोजाना औसतन दो हजार मरीज ठीक हुए, जबकि अगले तीन दिन रोजाना ठीक होने वालों की तादाद तीन हजार से अधिक रही। वहीं एक दिन (नौ जुलाई) करीब चार हजार लोग संक्रमण मुक्त हुए।
दिल्ली में 12 जुलाई तक कोविड-19 के 1,12,494 मरीज सामने आ चुके हैं जिनमें से 89,968 संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
आंकड़ों के मुताबिक एक जुलाई को 1,644 लोग संक्रमण मुक्त हुए जबकि अगले दिन (दो जुलाई) को 3,015 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई।
तीन जुलाई को ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में थोड़ी कमी आई और 2,617 लोगों ने कोरोना वायरस को मात दी जबकि अगले दिन यानि चार जुलाई को इसमें सुधार हुआ और ठीक होने मरीजों की संख्या 2,632 रही।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक छह जुलाई को जब राष्ट्रीय राजधानी में कुल संक्रमितों की संख्या एक लाख के पार पहुंच गई, उस दिन केवल 749 लोग संक्रमण मुक्त हुए। हालांकि, इसके अगले दिन 2,129 लोग ठीक हुए।
दिल्ली में संक्रमण मुक्त होने की दर करीब 80 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत से कहीं बेहतर है।
जून महीने में संक्रमण मुक्त होने की दर में वृद्धि शुरू हुई और महीने के अंत तक यह 66 प्रतिशत तक पहुंच गई।
आंकड़ों के मुताबिक पिछले महीने राष्ट्रीय राजधानी में करीब 64 हजार लोग संक्रमित हुए जिनमें से 47,357 लोग ठीक हुए या पलायन कर गए।
दिल्ली में ठीक होने की दर 20 जून को 50 प्रतिशत के स्तर पर पहुंची। इससे पहले करीब एक महीने तक यह इससे नीचे रही। 19 जून को दिल्ली में कोविड-19 से ठीक होने की दर 44.37 प्रतिशत थी, जो अगले दिन बढ़कर 55.14 प्रतिशत पर पहुंच गई।
आंकड़ों के मुताबिक तब से ठीक होने की दर में लगातार सुधार हो रहा है और यह उन दिनों भी रहा जब एक दिन में संक्रमित होने वालों की संख्या तीन हजार से अधिक थी।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 23 जून को एक दिन में सबसे अधिक 3,947 नये मामले सामने आए थे। हालांकि, उस दिन भी ठीक होने की दर 59.02 प्रतिशत रही।