क्या उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य के नाम से मुक्त हो पायेगा ?
मौजूदा सरकार कई प्रयास कर रही है देश भर में बीमारू शब्द से सब राज्यों को छुटकारा मिल जाये। और देश विकास के रास्ते पर चलना शुरू करे ।
बीमारू के नाम से ही पता चलता है कि बीमारू शब्द का अर्थ है बीमार। और बीमारू राज्य का यानी अस्वस्थ राज्य।
80 के दशक में आशीष बोस की एक रिपोर्ट भारत के प्रधान मंत्री राजीव गांधी जी के पास गई जिसमें भारत के चार राज्यों को बीमारू बताया गया था।बिहार,मध्यप्रदेश,राजस्थान,उत्तर प्रदेश।
बात उत्तर प्रदेश की करें तो
80 के दशक से पहले ही उत्तर प्रदेश बहुत सारी परेशानियों से जूझ रहा था। अपने गुंडे राज के चलते उत्तर-प्रदेश हमेशा चर्चा में रहा है।
बेरोज़गारी के उस दौर में उत्तर-प्रदेश राज्य में न तो चिकित्सा की सुविधा पूर्ण थी और न ही शिक्षा की सुविधा। ऐसे में उस समय उत्तर प्रदेश राज्य का बीमारू होना तय था। केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने समय समय पर ऐसे कई कदम उठाये जिससे उत्तर प्रदेश राज्य को बीमारू के नाम से मुक्त किया जाये।
एसोचैम ने बिहार ,मध्य-प्रदेश,राजस्थान में से उत्तर-प्रदेश को सबसे बीमारू राज्य का नाम दिया था। उत्तर-प्रदेश वर्ष 2004-05 से 2012-13 के बीच सिर्फ 6.9 % सीएजिआर हासिल कर सका था। जोकि बाकी राज्यों में सबसे कम था। इन राज्यों में बिहार ने 9.3% सीएजिआर हासिल कर अच्छा प्रदर्शन किया।
वहीँ नीति आयोग के सीईओ का कहना है कि बीमारू राज्य देश को आर्थिक रूप से पीछे धकेलने है।
मानव विकास सूचकांक में 188 देशों में से 131वें पर भारत का पतन जारी है।
दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्लाय में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कान्त का कहना है कि मानव विकास सूचकांक में भारत के ख़राब प्रदर्शन के लिए देश के बीमारू राज्य ज़िम्मेवार है।
शिक्षा प्रणाली और चिकित्सा प्रणाली उत्तर प्रदेश उतनी नहीं बढ़ पायी जितनी बढ़नी चाहिए थी।
जहा एक और मध्य-प्रदेश और राजस्थान ने बीमारू शब्द से छुटकारा पा लिया है वही दूसरी ओर बिहार और उत्तर-प्रदेश अभी भी बीमारू राज्यों की चपेट में है। जिस देश की अर्थव्यवस्था और देश के विकास की नाव मंझधार में ही संघर्ष कर रही है।
मौजूदा सरकार कई प्रयास कर रही है देश भर में बीमारू शब्द से सब राज्यों को छुटकारा मिल जाये। और देश विकास के रास्ते पर चलना शुरू करे ।
उनके ये प्रयास कितनी जल्दी देश व राज्यों के हित में जाएंगे ये तो आनेवाला समय ही बता सकता है। लेकिन हम उम्मीद करेंगे की जल्द ही उत्तरप्रदेश के साथ साथ सारा भारत देश इस बीमारु नाम की चपेट से मुक्त हो जायेगा और देश में नए संकल्प से विकास होगा।