स्वामी स्वरूपानंद का आरोप-केंद्र सरकार नहीं चाहती राम मंदिर को अयोध्या में ही बनाया जाए।
शंकराचार्य ने कहा की चुनावी विजयी रही भाजपा सरकार की भव्य जीत के पीछे भी कोई सच्चाई नहीं है बल्कि उनकी ये 303 सीटों की जीत केवल ईवीएम मशीनों से की गयी छेड़छाड़ की वजह से आयी है। उन्होंने कहा कि यदि कम अंतर से विजय मिलती तो अधिक विश्वसनीय लगती, और वैसे भी अगर देश के एक भाग की जनता द्वारा मशीनों पर शंका उठाई जा रही थी तो मशीनों को बदला क्यों नहीं गया।
kहिन्दू धर्म के महंत शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने मोदी सरकार पर जीत के बाद पहला निशाना साध दिया है उन्होंने कहा इस एनडीए सरकार ने भगवान राम के मंदिर को अयोध्या में बनाने के बजाय कहीं और बनाने का फैसला कर लिया है और अब ये सरकार इस मामले में जनता को सिर्फ मूर्ख ही बना रही है।
पत्रकारों को अपना बयान देते हुए शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के उच्च न्यायालय को एक लिखित रूप में पत्र दिया है जिसमे लिखा है कि वह अयोध्या मामले की विवादित भूमि के आसपास की हुई अधिग्रहण ज़मीन जोकि लगभग 67 एकड़ की है वे उसके मूल मालिकों को लौटा देंगे।
मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने कहा है की मोदी सरकार भगवान राम के मंदिर को अब जन्म-भूमि अयोध्या के अलावा कहीं और बनाना चाहती है उन्होंने बताया कि यदि सरकार मंदिर का सच में निर्माण करना चाहती तो अभी तक कम से कम निर्माण का कार्य शुरू कर देती । भाजपा सरकार ने साल 2014 में ही राम जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर बनाने का जनता से वादा किया था लेकिन साल 2019 आ गया है और अभी तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जिसका सीधा मतलब है की सरकार जनता की आँखों में सिर्फ धूल झोंक रही है।
यही नहीं, उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की प्रमुख नेता ममता बनर्जी की “जय श्री राम” के नारों की आक्रोशित प्रतिक्रियों को भी गलत ढंग से लिया जा रहा है। म०बनर्जी ने “भगवान श्री राम” का नहीं बल्कि भाजपा पार्टी का विरोध किया है इसलिए इसे “भगवान श्री राम” के विरोध में नहीं लिया जाना चाहिए।
स्वामी ने जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 के विषय में भी अपनी राय देते हुए कहा कि सरकार अगर जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाती है तो अपने घरों से बेघर कश्मीरी पीड़ितों को पुनः उनका घर वापिस मिल जाएगा जिससे यकीनन राज्य में शांति आएगी और हालात भी सुधर जायेगें।
अपने बयान में शंकराचार्य ने कहा देश की जनता ने एक बार फिर मोदी को चुना है क्योंकि उसे लगता है कि अबके आतंकवाद,महँगाई, बेकारी गो-हत्या जैसी कुप्रभावों से देश मुक्त हो जाएगा और देश में राम मंदिर का निर्माण तथा अनुच्छेद 370 को जल्द ही रद्द किया जाएगा लेकिन यदि इस बार नरेंद्र मोदी ऐसा करने में नाकाम रहते है तो फिर मोदी नाम का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा।
अब ये देखना लाज़मी होगा कि दूसरी बार भारी मतों से जीतने वाली भाजपा सरकार अपने वादों को कितनी जल्दी पूरा करती है.