ITO दिल्ली सचिवालय पर भारत अभिभावक संघ के नेतृत्व में अभिभावकों ने किया सत्याग्रह
आखिर प्राइवेट स्कूल फीस क्यूँ मांग रहा है ? जो काम किया नहीं उसका पैसा कैसा ? आजतक कैम्पस में पढ़ाते थे, लोग कैम्पस की फीस देते थे। आज कैम्पस में नहीं पढ़ा रहे, तो बिना कैम्पस में पढ़ाई के कैम्पस फीस क्यूं मांग रहे है। आनलाइन पढ़ाई तो आन आनलाइन की ही फीस तय हो
स्कूल फीस आन्दोलन के तहत आज भारत अभिभावक संघ के नेतृत्व में दिल्ली सचिवालय पर तमाम अभिभावकों नें सत्य का आग्रह “सत्याग्रह” किया।
बच्चों का स्कूल कैम्पस बंद है जिसकी फीस माफ़ करने हेतु 7 अप्रैल से लगातार दिल्ली सरकार से गुहार लगा रहे हैं और तमाम अभिभावक गत 1 माह से लगातार आनलाइन धरना भी दे रहे हैं परन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई, आपदा में सरकार राहत की अपेक्षा स्वाभाविक और संवैधानिक है। कल्याणकारी सरकार नागरिकों के अभिभावक की भूमिका में होती है, ऐसे में संकट की घड़ी में सरकार द्वारा प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को फीस से राहत देना और न्याय करना सरकार से अपेक्षित है।
अब स्कूल फीस हेतु अभिभावकों को ज्यादा परेशान कर रहा है।
सत्याग्रह में आये अभिभावकों की मांग है कि प्राइवेट स्कूल में आन कैम्पस पढ़ाई होती थी, जिसकी फीस अभिभावक जमा करते थे, अब आन कैम्पस पढ़ाई नहीं हो रही है, तो आन कैम्पस फीस मांगना बच्चों के साथ अन्याय है, आनलाइन पढ़ाने वाले स्कूल आनलाइन की फीस तय करें, जो अभिभावक अपने बच्चों को आनलाइन पढ़ाना चाहेंगे वो आनलाइन फीस जमा करेंगे, जो रेडियेशन के डर से नहीं आनलाइन पढ़ाएंगे वो फीस नहीं देंगे। सरकार, निजी स्कूल एसोसिएशन और पैरेंट्स एसोसिएशन प्रतिनिधि मंडल से एकसाथ बिठाकर बात ककराये और जनहित में इन्साफ करे।
दिल्ली सचिवालय पर हुए इस सत्याग्रह में भारत अभिभावक संघ के श्री लोकेश मास्टर जी, श्री पवित्र श्रीवास्तव, श्री प्रीति सिंह, श्री मोहिन्द्र सिंह, श्री अनिल मिश्रा, श्री सुरेश सब्बरवाल, श्री उमेश चौहान श्री बृज नारायण, श्रीमती रुखसाना बेगम, श्री जावेद अली सहित तमाम अभिभावक शामिल हुए।