राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने दशहरा की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा “दशहरा के शुभ अवसर पर, मैं देशवासियों और विदेश में बसे हुए सभी भारतीयों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
यह पर्व अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है और पूरे भारत में इसे अलग-अलग रूपों में मनाया जाता है। भारत की सांस्कृतिक एकता को मजबूत करने वाला यह पर्व हमें एक दूसरे के साथ मिल-जुलकर रहने, सदाचार के मार्ग पर चलने और बुराइयों से बचने का संदेश देता है।
यह पर्व मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जीवन से भी जुड़ा है। उनके जीवन से हमें नैतिकता और मर्यादा के पालन का संदेश भी मिलता है।
मेरी कामना है कि हर्ष और उल्लास का पर्व दशहरा, देशवासियों को महामारी के प्रभाव से बचाकर देश में खुशहाली और समृद्धि लाए।
उपराष्ट्रपति ने दशहरे के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई दी उन्होंने दशहरा उत्सव के दौरान कोविड-19 संबंधी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया
देशभर में बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाने वाला, यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और देवी दुर्गा द्वारा महिषासुर के रूप में समाज की कुवृत्तियों के विनाश का उत्सव है। यह त्योहार हमें भगवान राम के मर्यादापूर्ण जीवन की याद दिलाता है, वे एक आदर्श पुत्र, आदर्श पति और आदर्श राजा हैं और धर्म, सत्य, न्याय व नैतिकता के प्रतीक हैं।
दुर्गा पूजा, आयुध पूजा, शमी पूजा, गौरी पूजा, रावण के पुतले का दहन, बथुकम्मा और सरिमनु सहित विभिन्न उत्सव इस पर्व के भाग हैं।
दशहरा, परिजनों और स्वजनों से मिलने और उत्सव मनाने का अवसर होता है। लेकिन इस साल, COVID-19 वैश्विक महामारी के कारण, मैं सभी नागरिकों से यह आग्रह करता हूँ कि वे स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रोटोकॉल और निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए दशहरे को पारंपरिक श्रद्धा के साथ सादगी से मनाएँ।
यह त्योहार राष्ट्र में शांति, सद्भाव और समृद्धि लाए।