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देश में बढ़ती मंदी की मार से होने लगा है अब कर्मचारियों का शोषण।

कर्मचारियों को तनख्वाह के रूप में कैलकुलेट किये जाने पर 30 लाख की राशि बनती है। वेतन का भुगतान ना होने पर पैसे मांगने पर कर्मचारियों को भुगतान ना करने की धमकी दी गई और दुर्व्यवहार किया गया है।

मंदी के इस दौर में जहाँ लोगों की नौकरियों पर संकट मंडरा रहा है तो दूसरी तरफ कंपनियां अपने कर्मचारियों का शोषण करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही, ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहाँ कंपनी ने सरकार को दी जाने वाली टैक्स के रुपयों में धोखाधड़ी करने के साथ- साथ अपने कर्मचारियों के हक़ पर भी डाका डाला है। 

सिक्युरिटी गार्ड के रूप में काम करने वाले 60 गार्ड ऐसे ही धोखे के मुश्किल दौर से गुजर रहे है। गुड़गांव में स्थित PLN9 सिक्योरिटी सर्विसेज देने वाली कंपनी के पैरोल पर “लैंको सोलर एनर्जी “में भुगतभोगी गार्ड्स जैसलमेर प्लांट में तैनात थे इनमें से ज्यादातर वहाँ आसपास के गांव के रहने वाले है, PLN9 कंपनी ने इन्हें अपने यहाँ बतौर सिक्योरिटी गार्ड रखा इनसे सेवा ली और फरवरी 2018 से जून 2018 तक किसी भी तरीके का कोई भुगतान नहीं किया .

ये रकम तनख्वाह के रूप में कैलकुलेट किये जाने पर 30 लाख बनते है, वेतन का भुगतान ना होने पर पैसे मांगने पर कर्मचारियों को भुगतान ना करने की धमकी दी गई और दुर्व्यवहार किया गया है ।

मामले की शिकायत की जांच में चौकानें वाली बात निकल कर आई कि इस कंपनी ने कर्मचारी स्टेट इन्सुरेंस के पैसे भी जमा करवाये और राजस्थान में ESIC नंबर भी नहीं लिया।

जो व्यवसाय करने के लिए लेना जरूरी है, पीड़ितों ने इस मामले में राजस्थान लेबर डिपार्टमेंट, जोधपुर के मौजूदा सांसद एवं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ केंद्रीय श्रममंत्री संतोष गंगवार  और राजस्थान के उप मुख्यमंत्री के पास भी लिखित में सूचना दी गई पर कोई करवाई नहीं हुई। 

प्रधानमंत्री कार्यालय में लिखित सूचना पर जवाब मिला कि इस मामले को डिस्पोज़ ऑफ कर दिया गया है पर ये जबाव कागज़ पर ही दिया गया ग्राउंड रियलिटी ये है कि सारे जगहों पर मदद की मांग लेकर दर-दर भटकते इन गरीब परिवारों के पास अपने बच्चों की स्कूल की फीस देने और अन्य जरूरतों के लिए पैसे नहीं है ।

कहीं से भी किसी तरह की कोई करवाई नहीं की गई और ना आरोपी कंपनी को किसी तरह का नोटिस जारी किया गया। आखिर किसकी मिलीभगत के कारण कंपनी की मालकिन और परिवारजनों के द्वारा खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।

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Shweta R Rashmi

Special Correspondent-Political Analyst, Expertise on Film, Politics, Development Journalism And Social Issues. Consulting Editor Thejanmat.com

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