HealthNation
Trending

देश के भविष्य के लिए खतरा बन रहा है युवाओं में लगातार बढ़ता हुआ नशा !!!

हर दिन देश में 2 से 5 व्यक्ति प्रतिदिन नशे से जूझते हुए अपनी जान से हाथ धौ बैठते है। नशे से मरने वालो की तादाद लगातार बढ़ती रही है। धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन करने वाले कितने लोग ऐसे है जो फेफड़ों की बीमारियाँ और मुँह के कैंसर जैसे रोगों से हर रोज़ जूझ रहे है।

दोस्तों स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी ताक़त उसकी युवा शक्ति होती है और जब राष्ट्र का युवा ही खतरे में हो तो राष्ट्र का भविष्य तो अपने आप की संकट में दिखाई देने लगेगा। आज भारत का आधे से ज़्यादा युवा नशे की गिरफ़्त में पूरी तरह से फँस चुके है।

आज का युवा नशा और धूम्रपान करने में अपनी शान समझता है वे नहीं जानते कि वे खुद को इस नशे का आदि बना रहे है।  जिससे उनके साथ साथ उनके घरवालों और देश का भविष्य ख़राब हो रहा है। शराब, बीड़ी, सिगरेट,चरस ,गांजा , गुटखा अफीम, हीरोईन ,चिट्टा , आदि ऐसे नशीले पदार्थ है जिनकी एक बार किसी को लत लग जाये तो व्यक्ति की ज़िंदगी इन पदार्थों की गुलाम बनकर रह जाती है।

बढ़ते नशे से बढ़ रही है देश और राज्यों की हानियाँ –

नशा आज हमारे देश के लिए वो दीमक बन चुका है जो देश की अधिकतर युवा शक्ति को अपने शिकंजे में लेते हुए धीरे धीरे हमारे देश के भविष्य को खतरे की ओर ले जा रहा है।

आपको बता दें कि आज के समय में हमारे भारत देश की आधी से ज़्यादा जनसंख्या नशे का शिकार हो चुकी है। महिलाएं हो या फिर पुरुष नशा आज सबकी ज़रूरत बन चुका है। देखा जाये तो नशा करने वाले व्यक्ति का जीवन कभी भी सुखी नहीं रहता। बात अगर अपने देश भरत की करे तो ख़बरें बताती ही कि पंजाब देश का वो राज्य है जहाँ आज सबसे ज़्यादा नशे के शिकार लोग पाए जाते है। एक शोध के मुताबिक पता चलता है कि पंजाब राज्य में करीब 2,32,856 की मात्रा में लोग नशे से पीड़ित है। बताया जाता है कि पंजाब में लगभग 99 %  पुरुष नशे के चुंगल में फसकर अपना जीवन तबाह कर रहे है। ऐसा नहीं है की नशे ने अपनी जड़ें सिर्फ पंजाब तक ही सीमित रखी है। कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से असम तक आज हर राज्य नशे से पीड़ित है। नशे की बढ़ती जान-हानियों को देखते हुए सरकार ने देश के राज्यों में शराब व् आदि नशे को बंद कर दिया है लेकिन फिर भी इसकी नशा करने वालों की तादाद में कमी नहीं आ रही है।

देश की राजधानी दिल्ली की  बात करें तो पता चलता है कि दिल्ली की सड़को में 9 साल के बच्चे से से लेकर 80 साल के बुज़ुर्ग तक नशे के गुलाम बन चुके है। जिसकी वजह से बलात्कार ,हत्या जैसे संगीन जुर्म दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहे है। एक रिपोर्ट से पता चला है कि दिल्ली की सड़को तक़रीबन  70,000 बच्चे ऐसे है जो नशे की गिरफ है। जानकारी के अनुसार पता चला है कि आज भारत देश में नशे की ऐसी हालत है कि हर दिन देश में 2 से 5 व्यक्ति नशे से जूझते हुए अपनी जान से हाथ धौ बैठते है। नशे से मरने वालो की तादाद लगातार बढ़ती रही है। धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन करने वाले कितने लोग ऐसे है जो फेफड़ों की बीमारियाँ और मुँह के कैंसर जैसे रोगों से हर रोज़ जूझ रहे है।

नशा मुक्ति के उपाय –

नशे को देश से मुक्त बनाने के लिए सरकार ने अपनी तरफ से कई कदम उठाए है। आज यदि कोई भी व्यक्ति नशा करता या नशीले पदार्थ बेचता हुआ पाया जाता है तो उसे सजा दी जाती है। नशे की अवैध बिक्री पर रोक लगाने के लिए देश की कानून व्यवस्था को और ठोस कदम उठाने पड़ेगें। लोगों की नशे की लत छुड़वाने के लिए बहुत से नशा मुक्ति केंद्र भी खोले गए है। जिसमे रोगी का  मुफ्त इलाज करके उसे एक नयी ज़िंदगी प्रधान की जाती है।

आपको बता दें कि नशा मुक्ति आज देश के हर नागरिक की आवश्यकता है। यदि हम अपने देश का सुनहरा भविष्य चाहते है तो हमे खुद नशे की जड़ों को कमज़ोर करने के लिए प्रयास करने होंगे जिससे देश में बढ़ते अपराधों पर भी रोक लगेगी और देश का युवा भी एक ज़िम्मेवार नागरिक की शैली में कदम रख पाएगा। और देश के विकास के कार्य में अपना योगदान दे सकेगा।

Tags
Show More

Related Articles

One Comment

  1. Hey! Would you mind if I share your article with my myspace group member,There’s a lot of people that I think would really enjoy your content. Please let me know. Many thanks

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close