डेंगू : जानिए क्या है डेंगू ,कैसे फैलता है,और क्या इससे बचने के आसान उपाय।
डेंगू बरसात के दिनों में अधिक फैलता है। बरसात के दिनों में आपके कूलरों, टंकियों, इस्तेमाल में ना आने वाली बाल्टियां व् अन्य बर्तन , पालतू जानवरों के बर्तन , पुराने टायर,गढ्ढे व् अन्य जगहों में जमा खुला पानी डेंगू मच्छरों को प्रजनन करने व् अधिक बीमारी फैलाने का मौका देता है इसलिए इसको रोकने के लिए रुके पानी के सभी स्रोतो को हटा दें और ऐसी सभी अवसर खत्म करें जहाँ एडीज़ मच्छर को प्रजनन कर सकें।
आज के इस दौर में बीमारियों ने मानव जीवन पर अपनी ख़ासा पकड़ बना ली है। आज ऐसी कईं नयी नयी बीमारियों ने जन्म ले लिया है जो एक बार यदि व्यक्ति के जीवन में आ जाये तो उसको मृत्यु से मिलाकर ही दम लेती है।
ऐसी ही एक साधारण सी बीमारी है डेंगू। जी हाँ ! साधारण सी बिमारी,या यूं कहें कि साधारण सा बुखार जिसका यदि समय इलाज़ ना किया जाये तो ये इतना भयंकर रूप धारण कर लेता है कि रोगी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। आइये जानते है क्या होता है डेंगू।
डेंगू व् डेंगू बुखार – आपको बता दें कि डेंगू बुखार एक ऐसी बीमारी है जो एडीज मच्छर द्वारा फैलाए गए सक्रमण के कारण होती है। आम भाषा में कहे तो यह बुखार एक संक्रमित व्यक्ति से मच्छरों द्वारा एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर तक पहुँचता है।
मच्छर जब एक संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो उसका खून अपने शरीर में भर लेता है और जब वही संक्रमित मच्छर एक स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वे अपने शरीर में मजूद संक्रमित खून उस स्वस्थ व्यक्ति के खून में मिला देता है जिस से धीरे धीरे यह बीमारी एक से दुसरे व्यक्ति में तेज़ी से बढ़ने लगती है।
बहुत कम लोग जानते होंगे कि यह बुखार पूरी दुनिया में मच्छरों द्वारा फैलाई जाने वाली सबसे तेज़ बीमारी है। डेंगू बुखार के बारे में जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आपको डेंगू का दूसरा संक्रमण मिलता है तो आप डेंगू बुखार और डेंगू शक सिंड्रोम जैसे बद्तर संक्रमण प्राप्त कर सकते है जो हमारे लिए बहुत घातक हो सकता है।
बताया जाता है कि यह मच्छर दिन के दौरान काटता है और किसी ठहरे हुए पानी में अपने अंडे देता है। इस मच्छर के शरीर पर काली और सफ़ेद धारियां होती है। डाक्टर कहते है कि केवल मादा एडीज मच्छर ही मानव का खून पीती है और 14 से 21 दिनों के अंतर्गत लगभग 300 से भी अधिक अंडे दे सकती है। इसलिए जैसे ही इस बुखार के लक्षण दिखाई दें आपको जल्द से जल्द से डाक्टर को दिखाना चाहिए।
क्या होते है डेंगू बुखार के लक्षण –
तेज़ बुखार – डेंगू बीमारी का सबसे पहला लक्षण है तेज़ बुखार। डाक्टर बताते है कि डेंगू में 102-से 103०F तक बुखार आना आम बात है इसलिए जब भी ऐसा कोई लक्षण दिखाई पड़े तो डाक्टर से एक बार ज़रूर जांच करवा लें।
जी मचलाना या नाज़िया (nausea) – आपको बता दें कि डेंगू के लक्षणों में नॉज़ीआ (Nausea) भी एक लक्षण है ,जिसमे आपको घबराहट आदि महसूस होती है।
बदन टूटना – डाक्टर बताते है कि यदि आपको तेज़ बुखार के साथ जोड़ों , मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द की शिकायत रहती है तो आपको डेंगू की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए ऐसे लक्षणों जब भी आप अपने शरीर में पाएं तो बिना देर किये किसी अच्छे डॉक्टर की ज़रूर दिखाएं।
बढ़ती थकान – डेंगू के शिकार व्यक्ति थोड़ा सा काम करने पर भी बहुत थकावट महसूस करते है, कभी कभी तो ये लोग बिना कुछ काम किए भी थके थके महसूस करते है इसलिए ध्यान रहे कि अधिक थकावट भी डेंगू को बुलावा दे सकती।
रैशेस या चकत्ते – जिन लोगों के शरीर में डेंगू अपनी पकड़ बनाने लगता है उनका शरीर अक्सर चकत्ते या रेशेस का का शिकार होने लगता है जिनमे अधिक खुलजी कभी कभी बहुत अधिक खुजली भी होने लगती है।
आँख के पीछे दर्द – एक शोध में पाया गया है कि डेंगू के अधिकतर रोगियों की आँखों के पीछे दर्द की शिकायत बनी रहती है। यह दर्द आँखों के हिलने से अधिक बढ़ता है जिससे आँखे ख़राब होने का ख़तरा भी बढ़ जाता है।
कैसे रखें खुद को डेंगू से दूर – डेंगू बरसात के दिनों में अधिक फैलता है। बरसात के दिनों में आपके कूलरों, टंकियों, इस्तेमाल में ना आने वाली बाल्टियां व् अन्य बर्तन , पालतू जानवरों के बर्तन , पुराने टायर,गढ्ढे व् अन्य जगहों में जमा खुला पानी डेंगू मच्छरों को प्रजनन करने व् अधिक बीमारी फैलाने का मौका देता है इसलिए इसको रोकने के लिए रुके पानी के सभी स्रोतो को हटा दें और ऐसी सभी अवसर खत्म करें जहाँ एडीज़ मच्छर को प्रजनन कर सकें।
डेंगू से बचने के आसान उपाय – डेंगू से बचने के लिए डाक्टर व् जानकार बहुत सारे ऐसे सरल उपाय बताते है जिनको अपनाने से हम डेंगू की गिरफ्त से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते है। आइये ऐसे ही कुछ उपायों पर हम भी नज़र डालतें है।
1.हर दुसरे दिन में गमलों और पक्षियों के लिए पानी के कटोरों का पानी बदलें।
2.गमलों में पानी के लिए रतीले-दानेदार कीटनाशक का प्रयोग करें। इसके साथ साथ गमलों और अन्य बर्तनो के नीचे जमा पानी भी दुसरे दिन ही साफ़ करें और कोशिश करें कि पानी कहीं भी जमा न हो सके।
3.सभी कंटेनरों व् भंडार बर्तनों को साफ़ करके उलटा रखें।
4.अपने घरों की नालिया व् पानी के निकास के स्थानों को कहीं से भी ब्लॉक ना होने दें और अपने घर के इर्द-गिर्द की नालियों में माह में बार कीटनाशक का छिड़काव ज़रूर करवाएं।
5.हो सके तो मच्छर भगाने वाले यंत्रों को प्रयोग में लाएं।
6.लम्बी पतलून व् लम्बी बाज़ू वाली कमीज या शर्त अधिक पहने।
7.कहीं लम्बी यात्रा पर जाने से पहले अपने घर की टायलेट सीट और घर में जल निकास जाली का मुँह भी बंद करके जाएँ।
8.हर 4 से 6 माह के भीतर किसी अच्छे डाक्टर से अपने शरीर की जांच ज़रूर करवाएं।
यह कुछ ऐसे अचूक उपाय थे जिनको अपनाने से आपके साथ साथ आपके परिवार के लोग भी इस भयंकर बीमारी से दूर रह सकते है। खुद को डेंगू से दूर रखने के लिए आप यह जानकारी अपने जानकार लोगों व् गली मोहल्ले के लोगो के साथ सांझा कीजिए जिससे अधिक से अधिक लोग खुद को इस बीमारी से बचा सकें।
और यदि आपके पास भी इस जानलेवा बिमारी से लेकर कोई इलाज़ या इसे रोकने के कुछ उपाय है तो आप हमारे साथ कमंट बॉक्स में अपने विचार सांझा कर सकते है हो सकता है आपका दिया हुआ कोई सुझाव या उपाय हमारे पाठकों के लिए किसी दवा का काम कर जाये।
Like!! Thank you for publishing this awesome article.