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कोरोना पाजिटिव मरीजों की बढोतरी ने चिंताएं बढा दी है |बीएचयू में कोविड -19 की जांच हुई बन्द, महिला कर्मचारी मिलीं कोरोना पाजिटिव

बनारस में दिन प्रतिदिन बढते कोरोना के कहर ने सनसनी फैला दी है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लाॅकडाऊन का कडाई से अनुपालन कराने के बाद भी गत एक सप्ताह से कोरोना पाजिटिव मरीजों की बढोतरी ने सबकी चिंताएं बढा दी है। दरअसल बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान के माइक्रोबायलाजी विभाग के लैब में अब कोरोना की जांच नहीं हो पाएगी। इसकी वजह लैब में कार्यरत एक महिला स्टाफ की रिपोर्ट शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव आ गई है। इसके बाद प्रशासनिक अमले में हडकंप मच गया और आनन-फानन में लैब को सील कर दिया गया।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी 13 जनपदों के लिए दूसरे जिलों में वैकल्पिक लैब की व्यवस्था निर्धारित,वाराणसी और चंदौली ज़िले की जांच अब केजीएमयू लखनऊ में

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि वाराणसी जनपद में आज एक कोरोना पॉजिटिव केस पाया गया है। कोरोना पॉजिटिव 35 वर्षीय महिला बीएचयू में साइंटिस्ट की पोस्ट पर कार्यरत हैं। यह माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की कोरोना टेस्टिंग लैब में कार्य करती हैं। उन्होंने बताया कि इस केस को मिलाकर वाराणसी में अब कुल 61 कोरोना पॉजिटिव केस हो गए हैं।

यह साइंटिस्ट चेतगंज थाना क्षेत्र के बाग बरियार सिंह की रहने वाली हैं। जिसे आज जनपद का 25वां हॉटस्पॉट बनाया जा रहा है। इनके घर के सभी सदस्यों की सैंपलिंग कराई जाएगी तथा इनके हॉटस्पॉट व बफर जोन में सभी लोगों की स्क्रीनिंग तथा सिंप्टोमेटिक लोगों की टेस्टिंग भी कराई जाएगी। इसके लिए अलग से स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाई जा रही है।

चिकित्सा विज्ञान संस्थान का माइक्रोबायलाजी लैब किया गया सील, 3 दिन के बाद नये प्रशिक्षित चिकित्सक और कर्मचारियों की तैनाती के बाद फिर से शुरु होगी कोरोना की जांच, वाराणसी में कोरोना पाजिटिव की संख्या 61 – जिलाधिकारी

जिलाधिकारी ने बताया कि बीएचयू की टेस्टिंग लैब जिसमें यह कार्य करती थी उसके द्वारा 13 जनपदों के कोरोना सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। यह केस आने के बाद इस लैब को 3 दिन के लिए बंद करके पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा तथा सारी सरफेस क्लीनिंग की जाएगी। इसलिए 3 दिन तक इसमें 13 जनपदों के सैंपल नहीं लिए जाएंगे।

स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश के द्वारा इन सभी 13 जनपदों के लिए दूसरे जिलों में वैकल्पिक लैब की व्यवस्था निर्धारित कर दी गई है। वाराणसी और चंदौली ज़िलों के लिए केजीएमयू लखनऊ को निर्धारित किया गया है, जहां उनके सैंपल आने वाले 3 दिन के लिए भेजे जाएंगे।

3 दिन के उपरांत इस लैब को अब नए ट्रेनिंग प्राप्त डॉक्टर्स व कर्मचारियों के द्वारा चलाया जाएगा। अभी तक इस लैब में कार्य करने वाले सभी लोगों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है।

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Shweta R Rashmi

Special Correspondent-Political Analyst, Expertise on Film, Politics, Development Journalism And Social Issues. Consulting Editor Thejanmat.com

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