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श्रावण मास आरंभ : सोमवार से शुरू, सोमवार पर खत्म। जानिए भगवान शिव को प्रसन्न करने के अचूक उपाय – आचार्य इन्द्र शर्मा हेड ज्योतिष एक ज्योती से।

अति प्रिय श्रावण मास का आरंभ हो रहा हैं। कल से श्रावण मास शुरु हैं ज्योतिष मे इस मास का बहुत महत्व हैं। ये मास बापू जी को प्रसन्न करने वाला और उनकी असीम कृपा पाने के लिए जाना जाता हैं कुछ संतो से हमने यहा तक सुना हैं की महान शिव भक्त रावण ने शिव तांडव स्तोत्र की रचना इसी मास मे करी थी और बापू जी को प्रसन्न किया था आप भी इस अति पवित्र मास मे हमारे बापू जी की आराधना करके आपना जीवन धन्य करे और बापू भोले नाथ की की असीम कृपा प्राप्त करे। इस मास मे आप कुछ उपाय करके अपनी चल रही सभी समस्याओं से निजात पा सकते हैं। इस सावन में सभी की कमाई बढ़ेगी व्यापार बढ़ेगा जो बेरोजगार है उनको रोजगार मिलेगा इस बार सावन व्रत करने वालो की कमाई, आमदनी और रोजगार बढ़ेगा जीवन की अभी इच्छाएं पूरी होंगी खेती बाडी करने वाले किसान मित्रों की फसल अच्छी होगी (अपना पंचम भाव ठीक करे) पुराणों में भगवान शिव की पूजा का उल्लेख बताया गया है शिव की पूजा करते समय पंचाक्षरी मंत्र ऊं नम: शिवाय और महामृत्युंजय औऱ शिव के 108 नामों आदि मंत्र जप बहुत खास है इन मंत्रों के जप-अनुष्ठान से सभी प्रकार के दुख रोग मृत्युभय आदि दूर होकर मनुष्य को दीघार्यु की प्राप्ति होती है।


आचार्य इन्द्र शर्मा हेड ज्योतिष एक ज्योती

शांति तथा शुभ फल प्राप्ति को लेकर रूद्राभिषेक आदि यज्ञ आदि किए जाते हैं सावन के सोमवार अलगअलग योग में सावन का पहला सोमवार 6 जुलाई को यानी कल हैं इसमें शिव की आराधना करने पर जीवन में सभी बाधाएं खत्म होंगी सावन का दूसरा सोमवार 13 जुलाई को हैं और तीसरा सोमवार 20 जुलाई को हैं इसमें शिव की स्तुति करने से शक्ति मिलेगी और स्वास्थ्य ठीक रहेगा मित्रों और चौथा सोमवार 27 जुलाई को हैं और पांचवां सोमवार 3 अगस्त को हैं 20 जुलाई को हरयाली अमावस्या है जो कोई सिद्धि या तंत्र साधना या अघोरसाधना करना चाहते है वो इस दिन करे बहुत जल्द औऱ गजब का फल प्राप्त होगा हम लोगो में तंत्र को लेकर बहुत सी भ्रांतिया है की तंत्र गलत है ये सिर्फ ख़राबी ही करता है ये है वो है व्ग्यारा व्ग्यारा लेकिन ऐसा नही है आप एक बात सोचे जिस का वास मेरे महादेव के चरणों में है वो कैसे गलत हो सकता है नही ऐसा नही है तंत्र गलत नही है बस कुछ अज्ञानी औऱ अर्द्ध ज्ञान वाले लोगो ने ये भ्रांतिया फैला रखी है इस लिये तंत्र से डरे नही तंत्र का वास महादेव के चरणों में है।

सावन का तीसरा सोमवार 20 जुलाई को हैं इस दिन शिव की पूजा करने से मुश्किल से मुश्किल काम हल होंगे सावन का चौथा सोमवार 27 जुलाई को हैं इस दिन शिव की आराधना करने वाले जातकों की आयु में वृद्धि होगी और मित्रों 18 जुलाई को प्रदोष काल में शिव पूजा बहुत शुभ औऱ फल दायक रहेगी सावन माह में रात्रिकाल में घी-कपूर, गूगल धूप से आरती करके शिव का गुणगान करना चाहिए इन दिनों की गई पूजा का फल हर किसी को मिलता है।

अगर आप पर साडे साति या ढाईया है या किसी खराब दशा से आप गुज़र रहे है या राहू देव आपको सता रहे है या तपा रहे है तो इस सावन मास में आप रोज़ाना भगवान शिव जी के 108नामों का उचार्ण करे नाम उचार्ण करने मात्र से ही आप अपनी समस्त समस्याओं से निजात पा सकते है मित्रों भगवान शिव के 108 नाम।
1-ॐ भोलेनाथ नमः
2-ॐ कैलाश पति नमः
3-ॐ भूतनाथ नमः
4-ॐ नंदराज नमः
5-ॐ नन्दी कीसवारी नमः
5-ॐ ज्योतिलिंग नमः
7-ॐ महाकाल नमः
8-ॐ रुद्रनाथ नमः
9-ॐ भीमशंकरनमः
1०-ॐ नटराज नमः
11-ॐ प्रलेयन्कार नमः
12-ॐ चंद्रमोली नमः
13-ॐ डमरूधारीनमः
14-ॐ चंद्रधारीनमः
15-ॐ मलिकार्जुन नमः
16-ॐ भीमेश्वर नमः
17-ॐ विषधारी नमः
18-ॐ बम भोलेनमः
19-ॐ ओंकार स्वामी नमः
20-ॐ ओंकारेश्वर नमः
21-ॐ शंकर त्रिशूलधारी नमः
22-ॐविश्वनाथ नमः
23-ॐ अनादिदेव नमः
24-ॐ उमापति नमः
25 -ॐ गोरापति नमः
26-ॐ गणपितानमः
27-ॐ भोले बाबा नमः
28-ॐ शिवजी नमः
29-ॐ शम्भु नमः
30-ॐ नीलकंठ नमः
31ॐ महाकालेश्वर नमः
32-ॐ त्रिपुरारी नमः
33-ॐ त्रिलोकनाथ नमः
34-ॐ त्रिनेत्रधारीनमः
35-ॐ बर्फानी बाबा नमः
36-ॐ जगतपिता नमः
37-ॐ मृत्युन्जन नमः
38-ॐ नागधारीनमः
39-ॐ रामेश्वर नमः
40-ॐ लंकेश्वर नमः
41-ॐ अमरनाथ नमः
42-ॐ केदारनाथनमः
43-ॐ मंगलेश्वर नमः
44-ॐ अर्धनारीश्वर नमः
45-ॐ नागार्जुन नमः
46 -ॐ जटाधारीनमः
47-ॐ नीलेश्वर नमः
48 ॐ गलसर्पमाला नमः
49 ॐ दीनानाथ नमः
50 -ॐ सोमनाथनमः
51 ॐ जोगी नमः
52-ॐ भंडारी बाबा नमः
53-ॐ बमलेहरी नमः
54-ॐ गोरीशंकर नमः
55″ॐ शिवाकांत नमः
56 ॐ महेश्वराए नमः
57ॐ महेश नमः
58 ॐ ओलोकानाथ नमः
59-ॐ आदिनाथ नमः
60 ॐ देवदेवेश्वर नमः
61-ॐ प्राणनाथ नमः
62ॐ शिवम् नमः
63 -ॐ महादानी नमः
64 ॐ शिवदानी नमः
65 ॐ संकटहारी नमः
66 ॐ महेश्वर नमः
67-ॐ रुंडमालाधारी नमः
68 -ॐ जगपालनकर्ता नमः
69-ॐ पशुपति नमः
70-ॐ संगमेश्वरनमः
71-ॐ दक्षेश्वर नमः
72-ॐ घ्रेनश्वर नमः
73-ॐ मणिमहेश नमः
74-ॐ अनादीनमः
75ॐ अमर नमः
76 -ॐ आशुतोष महाराज नमः
77-ॐ विलवकेश्वर नमः
78-ॐ अचलेश्वरनमः
79-ॐ अभयंकर नमः
80-ॐ पातालेश्वर नमः
81 ॐ धूधेश्वर नमः
82 -ॐ सर्पधारीनमः
83 -ॐ त्रिलोकिनरेश नमः
84-ॐ हठ योगी नमः
85-ॐ विश्लेश्वर नमः
86-ॐ नागाधिराज नमः
87-ॐ सर्वेश्वर नमः
88-ॐ उमाकांत नमः
89-ॐ बाबा चंद्रेश्वरनमः
90-ॐ त्रिकालदर्शी नमः
91-ॐ त्रिलोकी स्वामी नमः
92-ॐ महादेव नमः
93-ॐ गढ़शंकर नमः
94-ॐ मुक्तेश्वर नमः
95-ॐ नटेषर नमः
96-ॐ गिरजापति नमः
97-ॐ भद्रेश्वर नमः
98-ॐ त्रिपुनाशक नमः
99-ॐ निर्जेश्वर नमः
100-ॐ किरातेश्वर नमः
101-ॐ जागेश्वर नमः
102-ॐ अबधूतपति नमः
103-ॐ भीलपति नमः
104ॐ जितनाथ नमः
105-ॐ वृषेश्वर नमः
106 ॐ भूतेश्वर नमः
107 ॐ बैजूनाथ नमः
108 ॐ नागेश्वर नमः

सावन मास में किये जाने वाले उपाय जैसे अगर किसी को दुश्मन बेवजह तंग कर रहे है तो इस सावन में आप शिव लिंग पर सरसों के तेल का अभिषेक करे औऱ शास्त्रों में गंगाजल की सहस्त्रधारा को पुत्र प्राप्ति में सहायक माना गया है सुगंधित वस्तुएँ जैसे इत्र, सुगंधित तेल की सहस्रधारा से भोगों की प्राप्ति होती है कनेर के पुष्प चढाने से रोगमुक्ति होती है एक हजार धतूरे के पुष्प चढाने से पुत्रप्रदायक माना गया है।

आक या मदार के पुष्प चढाने से प्रताप या प्रसिद्धि बढती है एक हजार चमेली के पुष्प चढाने से वाहन सुख प्राप्त होता है। अलसी के पुष्प चढाने से विष्णुभक्ति व विष्णुकृपा प्राप्त होती है जूही के पुष्प चढाने से समृद्धि प्राप्त होती है सरसों के फूल चढाने से शत्रु की पराजय होती है। अब आते है राशि के अनुसार मित्रों ये चंद्र राशी के अनुसार है नाम से नही यानी जब आपका जनम हुआ इस दिन जिस राशी में चंद्र देव थे वो आपकी जनम राशी है यानी चंद्र राशी इसी के अनुसार उपाय करे।

मेष – इस राशि के व्यक्ति जल में गुड़ मिलाकर शिव का अभिषेक करें शक्कर या गुड़ की मीठी रोटी बनाकर शिव को भोग लगाएं लाल चंदन व कनेर के फूल चढ़ावें।

वृष- इस राशि के लोगों के लिए दही से शिव का अभिषेक शुभ फल देता है इसके अलावा चावल, सफेद चंदन, सफेद फूल और अक्षत यानि चावल चढ़ावें।

मिथुन – इस राशि का व्यक्ति गन्ने के रस से शिव अभिषेक करे अन्य पूजा सामग्री में मूंग, दूर्वा और कुशा भी अर्पित करें।

कर्क – इस राशि के शिवभक्त घी से भगवान शिव का अभिषेक करें साथ ही कच्चा दूध, सफेद आंकड़े का फूल और शंखपुष्पी भी चढ़ावें।

सिंह – सिंह राशि के व्यक्ति गुड़ के जल से शिव अभिषेक करें वह गुड़ और चावल से बनी खीर का भोग शिव को लगाएं गेहूं और मंदार के फूल भी चढ़ाएं।

कन्या – इस राशि के व्यक्ति गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें शिव को भांग दुर्वा व पान चढ़ाएं।

तुला – इस राशि के जातक इत्र या सुगंधित तेल से शिव का अभिषेक करें और दही, शहद और श्रीखंड का प्रसाद चढ़ाएं सफेद फूल भी पूजा में शिव को अर्पित करें।

वृश्चिक – पंचामृत से शिव का अभिषेक वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शीघ्र फल देने वाला माना जाता है साथ ही लाल फूल भी शिव को जरुर चढ़ाएं।

धनु – इस राशि के जातक दूध में हल्दी मिलाकर शिव का अभिषेक करे भगवान को चने के आटे और मिश्री से मिठाई तैयार कर भोग लगाएं पीले या गेंदे के फूल पूजा में अर्पित करें।

मकर – नारियल के पानी से शिव का अभिषेक मकर राशि के जातकों को विशेष फल देता है साथ ही उड़द की दाल से तैयार मिष्ठान्न का भगवान को भोग लगाएं नीले कमल का फूल भी भगवान का चढ़ाएं।

कुंभ – इस राशि के व्यक्ति को तिल के तेल से अभिषेक करना चाहिए उड़द से बनी मिठाई का भोग लगाएं और शमी के फूल से पूजा में अर्पित करें यह शनि पीड़ा को भी कम करता है।

मीन – इस राशि के जातक दूध में केशर मिलाकर शिव पर चढ़ाएं भात और दही मिलाकर भोग लगाएं पीली सरसों और नागकेसर से शिव जी को चढ़ाएं।

अगर आपकों आपकी राशि पता नहीं हैं तो आप अपनी राशी जानने के लिये आप हमको फोन कर सकते हैं सावन हम सब के लिये पूरे भारत वर्ष के लिये दुनिया के हर हिस्से में फैले हरेक देश भगत भारतीयो के लिये शुभ फल लेकर आये तमाम खुशियाँ मिले धन वैभव ऐश्वर्य प्रदान करे महादेव हर हर महादेव जो शिव का प्यारा वो सब का प्यारा।

आचार्य इन्द्र शर्मा हेड ज्योतिष एक ज्योती 7584-972-771

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