वैश्विक महामारी के बचाव में हकेंवि के स्वयंसेवकों की भूमिका अहम
प्रो. आर.सी. कुहाड़ -विश्व रेडक्रॉस दिवस पर कुलपति ने दी शुभकामनाएँ.
वैश्विक महामारी हो या फिर कोई युद्ध व अन्य संकट, आपदा प्रबंधन में रेड क्रॉस की हमेशा से भूमिका अहम रही है। वर्तमान समय में भारत के साथ पूरा विश्व कोविड-19 की वैश्विक महामारी से जूझ रहा है। इस महामारी के खिलाफ भी देश भर में रेड क्रॉस के योद्धा अपने अपने क्षेत्रों में बचाव को लेकर समाज के लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इस आपदा प्रबंधन में देश भर में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) के यूथ रेड क्रॉस इकाई के स्वयंसेवक भी अपने-अपने क्षेत्रों के लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे स्वयंसेवक घर-घर जाकर मास्क, सेनेटाइजर, साबुन आदि सेफ्टी किट बनाकर वितरित कर रहे हैं। इसके अलावा कई स्वयंसेवक रोजाना लोगों से स्वेच्छिक रक्तदान भी करवा रहे हैं।
कुलपति ने विश्व रेड क्रॉस दिवस पर स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्व में 1863 ई० में रेड क्रॉस का गठन हुआ था जबकि भारत में 1920 ई० में रेड क्रॉस का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी का उद्देश्य जरूरतमंदो की बिना किसी भेदभाव के मदद करना है और हमें भी इसी उद्देश्य के साथ काम करना है। इसी वर्ष, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी ने अपना सौ वर्ष का सफर पूरा किया है। प्रो. कुहाड़ ने पुनः चर्चा करते हुए सोशल डिस्टेनसिंग, मास्क का प्रयोग करने, कम से कम घर से निकलने आदि की अपील करते हुए सभी स्वयंसेवकों से सेवा जारी रखने को कहा।