प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर संबंधी फैसले के औचित्य से पुतिन को कराया अवगत, समर्थन के लिए दिया धन्यवाद।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और रूस दोनों किसी भी देश से संबंधित मामलों में ‘‘बाहरी हस्तक्षेप’’ के खिलाफ हैं। यह पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश था जो अपने रुख के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की कोशिश में जुटा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर पूरा समर्थन देने के लिए बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को धन्यवाद दिया और उन्हें सरकार के कदम के पीछे के औचित्य से अवगत कराया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के दुष्प्रचार एजेंडा का भी जिक्र किया।
विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि “सुदूर पूर्वी पत्तन शहर में राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी शिखर वार्ता के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किये जाने का मुद्दा उठाया।
गोखले ने एक ब्रीफिंग के दौरान कश्मीर मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के फैसले के पीछे के औचित्य को समझाया।
प्रधानमंत्री ने कश्मीर मुद्दे पर ‘‘स्पष्ट संदेश’’ देने के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया।
रूस ने हाल ही में स्पष्ट किया था कि जम्मू कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मामला है।
राष्ट्रपति पुतिन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और रूस दोनों किसी भी देश से संबंधित मामलों में ‘‘बाहरी हस्तक्षेप’’ के खिलाफ हैं। यह पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश था जो अपने रुख के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की कोशिश में जुटा है।
विदेश सचिव ने कहा, ‘‘हमारी समझ यह है कि रूस इस (कश्मीर) पर दृढ़ता से भारत के साथ खड़ा है।’’
बाद में जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि भारत और रूस ने अंतरराष्ट्रीय कानून की प्रधानता को रेखांकित किया और संयुक्त राष्ट्र चार्टर में उल्लिखित उद्देश्यों और सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
भारत द्वारा जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने और इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।
source P.T.I