Covid-19 कोरोना को मात देने के लिए आयुर्वेद संग योगसन हुआ कारगर: प्रो‐ विदुला गुज्जरवार
एशिया के सबसे बडे आयुर्वेदिक अस्पताल चौधरी ब्रहमप्रकाश ने आयुर्वेदिक दवाओं व योगा से ठीक किए सैंकडों कोरोना मरीज
कोरोना का आयुर्वेदिक पद्धति से जहां हमारे डॉक्टर इलाज कर शारीरिक रूप से लोगों को स्वस्थ्य बनाने का काम कर रहे हैं। वहीं एकांतवास के चलते अवसाद से भरे लोगों को मानसिक रूप से स्वस्थ्य बनाने के लिए योग का प्रयोग किया जा रहा है जोकि बेहद सफल हो रहा है। उक्त बातें बातचीत के दौरान एशिया के सबसे बडे आयुर्वेदिक अस्पताल चौधरी ब्रहमप्रकाश की निदेशक प्रो‐ विदुला गुज्जरवार ने बताई।
प्रो‐ गुज्जरवार ने कहा कि दिल्ली सरकार के अधीन चलने वाला यह एकमात्र आयुर्वेदिक चिकित्सालय है, जिसे कोरोना मरीजों के लिए शुरू किया गया है। यहां आयुर्वेदिक पद्धति के आधार पर कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है। हमारे पास कुल 270 बेड हैं जिनमें से 170 बेड को कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व किया गया है। मिनिस्ट्री ऑफ आयुष के सिद्धान्तों का पालन करते हुए यहां मरीजों को औषधि दी जा रही है। हालांकि कई कोरोना रोगी ऐसे हैं जिन्हें मधुमेह , रक्तचाप सहित अन्य बीमारियां हैं जिनमें हम एलोपैथी दवाओं को भी दे रहे हैं।
अप्रैल से लेकर अभी तक करीब 400 कोरोना मरीजों को भर्ती करवाया गया है। जिनमें 235 के लगभग मरीजों को इलाज करके हम घर सुरक्षित भेज चुकें हैं। जिला मजिस्ट्रेट के निर्देशानुसार मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।
इस दौरान आयुर्वेदिक दवाओं के साथ ही योग के उन आसनों को करवाया जा रहा है जोकि मरीज अपने बेड पर बैठकर कर सकते हैं,। जिनमें ओमकार, लोम-विलोम, शवासन, प्राणायम, लाफ्टर थेरेपी भी दे रहे हैं, जिससे सांस लेने में होने वाली तकलीफें दूर हो रही हैं।
हंसी-हंसी में कर रहे हैं कोरोना को दूर
प्रो‐ गुज्जरवार ने बताया कि अस्पताल में रोजाना शाम के समय डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ व कोरोना मरीज एक-दूसरे को चुटकुले, कहानियां, कविताओं सहित गपशप करते हैं। जिससे कोरोना का डर उनके मन से खत्म हो रहा है और वो एकांतवास को इन्जॉय कर रहे हैं। कई मरीज तो इतने खुश थे कि वो ठीक होने के बाद भी अस्पताल छोडकर ही नहीं जाना चाहते थे।
होम क्वारंटीन में कैसे रहे और खान पान का विशेष ध्यान रखे
प्रो‐ गुज्जरवार ने कहा कि होम क्वारंटीन के दौरान लोगों को अपने स्वास्थ्य रक्षण कर घर की सफाई पर खास ध्यान देना चाहिए और उचित दूरी बनाकर रहना चाहिए। वहीं सौंठ, अदरक, तुलसी, गिलोय व लेमन ग्रास का काढा बनाकर पीएं, गर्म पानी का सेवन करें और ठंडे पदार्थों से परहेज करें । हल्दी व नमक के पानी के गरारे करें और हल्दी का दूध पीने के साथ ही सिर्फ घर का बना हुआ ही खाना खाएं।