ब्रेकिंग न्यूज़ वाराणसी। फूलपुर पुलिस थाना क्षेत्र के थाना गांव में शनिवार की शाम मोदी किट को लेकर दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद मुसहर समुदाय के लोग उग्र हो गए। आरोप है कि उन्होंने पुलिस पर पथराव किया। इस हमले में फूलपुर के इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। खबर है कि उग्र भीड़ ने पुलिस का टियर गन और एक मोबाइल छीन लिया है। पुलिस की एक बाइक भी कूंच दी गई है। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने थाना गांव में जमकर तांडव मचाया। कई मुसहरों की मड़इयां फूंक दी गई हैं। मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। समूचे इलाके को सील कर दिया गया है।
घटनाक्रम के मुताबिक फूलपुर थाना क्षेत्र के थाना गांव में शनिवार की शाम करीब साढ़े सात बजे मोदी किट (अनाज) को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ। इसमें एक पक्ष गांव के दबंगों का था और दूसरा मुसहरों का। बताया जा रहा है कि विवाद का असली कारण मुसहरों को मोदी किट न दिया जाना था। मुसहर समुदाय का कहना था कि वो भी बीजेपी के समर्थक हैं। उन्हें भी मोदी किट का खाद्यान्न दिया जाए।
विवाद के बाद में मोदी किट के लिए परेशान मुसहर अर्जी लेकर फूलपुर थाने पहुंचे। बाद में दोनों पक्षों को समझाने के लिए थाने के दरोगा लक्ष्मण शर्मा और सिपाही अमित व एक अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पहले मुसहर समुदाय के लोगों को समझाया और बाद में दूसरे पक्ष को शांति बरतने को कहा। इसी बीच दोनों पक्षों के बीच दोबारा विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस कर्मियों की एक बाइक ईंटों से कूंच दी गई। इसी बीच मुसहरों की मड़इयों को आग के हवाले कर दिया गया। दरोगा व सिपाहियों के साथ भी मारपीट की गई। आरोप लगाया गया कि मुसहर समुदाय के लोगों ने पुलिस के वाहनों को क्षतिग्रस्त किया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दरोगा लक्ष्मण शर्मा ने फूलपुर के इंस्पेक्टर सनवर अली को घटना की सूचना दी तो वो रात करीब पौने आठ बजे मौके पर पहुंचे। वो भी विवाद को सुलझा पाने में नाकाम रहे। विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि मौके पर ईंट-पत्थर चलने लगे। इस घटना में इंस्पेक्टर सनवर अली और सिपाही आनंद सिंह समेत कई लोग घायल हो गए। खबर है कि पुलिस की एक टियर गन और मोबाइल फोन भी गायब है।
इस घटना को आगामी प्राधानी के चुनाव को भी जोड़कर देखा जा रहा है। इस गांव में दो मुसहर बस्तियां हैं। दोनों दोनों बस्तियों के लोग गोलबंद होकर दूसरे पक्ष से भिड़ गए थे। घटना के बाद मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मारतंड प्रताप सिंह समेत तमाम पुलिस अफसर व कई थानों फोर्स आरोपितों को पकड़ने में जुटी हुई है। समूचे इलाके को सील कर दिया गया है। एसपीआरए मारतंड प्रताप सिंह ने इस घटना को जातीय संघर्ष बताया है। वो यह नहीं बता सके कि विवाद किस बात शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि घटना की गहन जांच-पड़ताल की जा रही है।