महाबलीपुरम के समुद्र किनारे प्रधानमंत्री मोदी का सफाई अभियान,कचरा साफ़ करके दिया ‘प्लॉगिंग’ को बढ़ावा।
देश में स्च्छव भारत अभियान की बुनियाद रखने वाले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार की सुबह ममल्लापुरम दौरे के दौरान समुद्र तट पर स्वच्छता का जो नमूना दिखाया है, यक़ीनन उससे देश के हर आयु वर्ग के लोग प्रभावित होने वाले है।

हाल ही में सोशल मीडिया पे भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मोदी जी ममल्लापुरम (महाबलीपुरम) के समुन्द्र तट की सफाई करते हुए नज़र आ रहे है। यह वीडियो स्वयं मोदी जी ने भी अपने ट्विटर हैंडल से देश की जनता के साथ सांझा किया।
दरअसल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के ममल्लापुरम (महाबलीपुरम) में पहुँचे। जहाँ उन्होंने सुबह सुबह समुन्द्र तट पर सैर-सपाटा करते हुए वहां पर बिखरी हुई गन्दगी पर अपना सफाई अभियान का जादू चला दिया।
स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देते हुए मोदी जी ने समुन्द्र के किनारे बिखरी हुई प्लास्टिक की बोतलें व् अन्य ऐन केन कूड़े को साफ़ किया।
अपने ट्विटर अकॉउंट पर अपना अनुभव सांझा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा करके उन्होंने प्लॉगिंग को बढ़ावा दिया है। आपको बता दें कि प्लॉगिंग का मतलब होता है दौड़ते या सैर-सपाटा करते हुए गंदगी को खत्म करना।
देश में स्च्छव भारत अभियान की बुनियाद रखने वाले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार की सुबह ममल्लापुरम दौरे के दौरान समुद्र तट पर स्वच्छता का जो नमूना दिखाया है, यक़ीनन उससे देश के हर आयु वर्ग के लोग प्रभावित होने वाले है।
सूत्रों द्वारा मिली गयी जानकारी से पता चला है कि भविष्य में भारत और चीन के रिश्ते सुधारने के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ बातचीत की।
यह बातचीत लगभग एक घंटे से भी अधिक समय तक चली है। अपने बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और चीन पिछले लगभग 2 हजार सालों के अधिकतर कालखंड में विश्व में आर्थिक महाशक्ति रहे हैं और अगर इसी तरह ये दोनों मुल्क एक दूसरे के साथ चलते रहे तो यकीनन आने वाले समय मे इतिहास फिर से दोहराया जाएगा।

दूसरी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने अपने संबोधन में कहा कि यह बैठक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत को लेकर हुई है और अनुमान है कि इससे आने वाले समय में दोनों मुल्कों के रिश्ते और बेहतर होंगे।