जेपी प्रतिष्ठान की आपत्ति के बाद प्रतिमा स्थल के लिए रेलवे ने दिया रास्ता
अगले माह होना है जेपी जयंती का भव्य आयोजन, अध्यक्ष शर्मा की आपत्ति के बाद रेलवे अफसरों ने दौरा किया और प्रतिमा स्थल के लिए दिया रास्ता
भिलाई। भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान की आपत्ति के बाद दक्षिण पूर्व रेलवे ने सुपेला क्रासिंग स्थित जेपी प्रतिमा स्थल तक आने-जाने के लिए रास्ता छोड़ा है। प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आर पी शर्मा की इस संबंध में आपत्ति के बाद रेलवे के अफसरों ने अंडरब्रिज निर्माण स्थल पर संबंधित ठेकेदार के साथ दौरा किया और आपत्ति का निराकरण करते हुए आयोजन स्थल के लिए रास्ता छोड़ा।
उल्लेखनीय है कि सुपेला रेलवे क्रॉसिंग गत 16 अगस्त से बंद कर दिया गया है और यहां अंडर ब्रिज का निर्माण प्रस्तावित है। इसके पहले रेलवे ने यहां क्रासिंग बंद करने के साथ गड्ढे खोद कर पूरा रास्ता बांस-बल्ली और टीन शेड से बाधित कर दिया है। इससे भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा के स्थल तक आना-जाना भी बाधित हुआ है।
प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आर पी शर्मा ने बताया कि उन्होंने यहां मौका मुआयना किया और इसके बाद रेलवे के वरिष्ठ अफसरों से चर्चा की। लेकिन अफसर इससे पल्ला झाड़ना चाह रहे थे, यहां तक कि एक अफसर ने तो फोन ही काट दिया और इस अफसर की दलील थी कि प्रतिमा के पिछले हिस्से से आना-जाना कर सकते हैं। इसके बाद शर्मा ने लगातार वरिष्ठ अफसरों से संपर्क साधा और अपनी आपत्ति जताई।
शर्मा की आपत्ति का आधार यह था कि हर साल 11 अक्टूबर को जेपी जयंती का आयोजन नियमित रूप से 32 साल से होता आ रहा है। अभी अंडरब्रिज निर्माण के नाम पर जिस तरह से रास्ता बाधित कर दिया गया है, उससे अगले माह जेपी जयंती आयोजन में अतिथियों के आने-जाने में दिक्कत होगी। शर्मा ने जब यह परेशानी तो रेलवे के अफसरों को बताई तो रेलवे प्रशासन ने अपने इंस्पेक्टर ऑफ वर्क्स (आईओडब्ल्यू) तपन पाइक को प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आर पी शर्मा और संबंधित ठेकेदार के साथ मौका मुआयना का निर्देश दिया।
इसके बाद प्रतिमा स्थल व निर्माण स्थल का तीनों पक्षों ने दौरा किया और अंतत: सहमति बनीं कि प्रतिमा स्थल तक जाने का रास्ता दिया जाए। जिससे जयंती समारोह बाधित न हो।
उल्लेखनीय है कि प्रतिष्ठान के अध्यक्ष के तौर पर आर पी शर्मा ने रेलवे अंडर ब्रिज निर्माण शुरू होने से पहले जेपी प्रतिमा के प्रभावित होने पर आपत्ति जताई थी। पूर्व में रेलवे ने जेपी प्रतिमा को वर्तमान स्थल से हटा कर किनारे लगाने का फैसला किया था।
इसकी जानकारी लगते ही प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आर पी शर्मा ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रेल मंत्री से लेकर सभी संबंधित पक्षों को विस्तार से जानकारी देते हुए अपनी आपत्ति जताई थी। इसके बाद रेलवे प्रशासन ने मूल डिजाइन में बदलाव कर अब जेपी प्रतिमा को प्रभावित किए बिना दोनों ओर से अंडर ब्रिज बनाने का फैसला लिया है। अब रेलवे प्रशासन द्वारा प्रतिमा स्थल के लिए रास्ता दिए जाने को शर्मा ने समय पर उठाया गया उचित कदम बताया है।