मामला भोपाल का है जहाँ अपनी ड्यूटी खत्म करके घर जा रहे डॉक्टरों को पुलिस ने लाठियों से पीट डाला और इस शर्मनाक घटना में पीड़ित डॉक्टर्स बुधवार शाम करीब 6.30 बजे इमरजेंसी ड्यूटी के बाद अपने घर जाने के लिए हॉस्पिटल से बाहर निकले ठीक उसी समय बाहर पुलिस ने उनको रोका और बदतमीजी की उनके साथ गालीगलौज भी की गई। डॉ. रितुपर्ना और डॉ. युवराज सिंह ने डायरेक्टर को लिखित को शिकायत में कहा कि बुधवार शाम को वे अपनी शिफ्ट पूरी करने के बाद एम्स के गेट नंबर एक से बाहर निकल रहे थे। उसी समय गेट के पास तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोककर अभद्र भाषा में बाहर घूमने का कारण पूछा। इस पर दोनों डॉक्टर्स ने उन्हें अपने पहचान पत्र दिखाए और अस्पताल से ड्यूटी खत्म होने के बाद घर जाने की बात कही। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उनसे मारपीट शुरू कर दी और गाली-गलौज करते हुए कहा- ऐसे डॉक्टर ही कोरोना फैला रहे हैं और देश का बंटाढार कर रहे हैं।
सवाल ये है कि इस संवेदनशील समय में भी पुलिस का ये व्यवहार क्यों है ???
हंगामे के बाद भोपाल एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने घटना को लेकर नाराजगी जताई है, और डायरेक्टर को पत्र लिखकर आपत्ति दर्ज की है उनके लिखे पत्र में कहा गया है- डॉक्टर्स मुश्किल हालात में काम कर रहे हैं। ड्यूटी से घर जा रहे दो डॉक्टर्स से मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस का गैरजिम्मेदार व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके बाद डीआईजी ने आरोपी कॉन्स्टेबल को लाइन अटैच कर दिया।