लोकनायक के आदर्शों पर चलकर ही सुरक्षित रहेगा लोकतंत्र: बदरुद्दीन कुरैशी
भिलाई देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और आजादी के बाद देश की राजनीति को नई दिशा देने वाले जननायक भारत रत्न से सम्मानित जयप्रकाश नारायण की 128 वी जयंती पर रविवार को आयोजित कार्यक्रम में उन्हें याद किया गया।
इस मौके पर लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान, आचार्य नरेंद्र देव स्मृति जन अधिकार अभियान समिति तथा पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रुप से श्रद्धांजलि सभा व परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने “लोकतंत्र और संविधान की चुनौतियां” विषय पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्य मंत्री बदरुद्दीन कुरैशी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने आजादी के बाद देश की राजनीति को नई दिशा दी।उन्होंने इस दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोकनायक के आदर्शों पर चलने का आह्वान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जमील अहमद ने कहा कि जेपी के आदर्श देश के युवाओं का भविष्य तय करने की दिशा में पूरी तरह से सार्थक है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आरपी शर्मा ने कहा कि आज के दौर में उनके द्वारा किए गए 1974 जैसे आंदोलन की जरूरत है, तब जाकर लोकतंत्र बचेगा, किसान बचेगा और तानाशाही की व्यवस्था ध्वस्त होगी। गोष्ठी में संतोष देशमुख, त्रिलोक मिश्रा और अब्दुल वहीद ने भी अपने विचार रखे।
इससे पहले रविवार की सुबह सुपेला रेलवे क्रॉसिंग सेक्टर छह स्थित जेपी प्रतिमा स्थल पर समस्त लोगों ने माल्यार्पण कर लोकनायक को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर नंद किशोर साहू बच्चा लाल शर्मा किताबउद्दीन, एसएन प्रसाद, अब्दुल हकीम चौधरी, राजकुमार, संतोष सिंह, कुलदीप सिंह, खिलावन देवांगन, धीरेंद्र कुमार साहू व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। प्रतिष्ठान द्वारा जेपी जयंती का यह तीसवां वर्षिक आयोजन था। इस बार आयोजन में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए समस्त लोग उपस्थित हुए।