कितने कारगर है हमारे लिए फल उनके गुण और उनके अद्भुत लाभ
फल हमारे जीवन की वृद्धि और विकास में बहुत आवश्यक भूमिका निभाते है। ज़्यादातर फल मीठे और तैयार होते है जो आपको अच्छे स्वस्थ के साथ अच्छे ज़ायके का भी भरपूर मज़ा देते है।
ताज़े फल खान-पान के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी भरपूर ख्याल रखने में कारगर सिद्ध होते है। वो कहते हैना ‘दिन में खाया हुआ एक सेब,डॉक्टर को आपसे हमेशा दूर रखता है’ यह कहावत एकदम सही है।
जिस तरह आजकल के बच्चे अत्यधिक मात्रा में स्नैक्स, नूडल्स व् अन्य फ़ास्ट फ़ूड आदि खा रहे है उनके भविष्य के लिए खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बच्चे पहले से ज़्यादा परिष्कृत शक्कर खा रहे है जिससे रोकथाम और नियंत्रण केंद्र के आंकड़े चिंताजनक होते जा रहे है और अगर इसी तरह ये आंकड़े बढ़ते रहे तो आने वाले समय में 3 में से 1 बच्चा मधुमेह रोग से ग्रस्त होगा।
इसलिए आज हम फलों के लाभ और उनके गुणों के बारे में कुछ रोचक जानकारियों पर नज़र डालते है।
1.रोग प्रतिरोधक शक्ति –
ताज़े फल शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति की पूर्ति लिए बहुत आवश्यक होते है। एक संतुलित आहार के रूप में ताज़े फल खाने से जानलेवा बीमारियाँ जैसे कैंसर व हिर्दय रोग के असर को कम करने में भी बहुत मदद मिलती है। फलों के खान पान से मधुमेह जैसे रोग से खुद को बचाया जा सकता है। फलों के सेवन से शरीर में लगातार नई ऊर्जा का संचार होता रहता है। जिससे व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक संतुलन स्थिर रहता है।फलों में मौजूद फिएटोकेमिकल बीमारी को रोकने में मदद करते है जिससे स्वस्थ्य अच्छा बना रहता है।
2.पोष्टिक तत्व-
शरीर में पौष्टिक तत्वों की पूर्ति के लिए भी फलों का अहम योगदान रहता है। अन्य खादय पदार्थों की तुलना में फलों में कैलरी की मात्रा कम होती है। इसलिए फल और फलों के रस को प्राप्त मात्रा में लेने से शरीर से कैलरी की मात्रा को कम किया जा सकता है। सेब,केले और संतरे जैसे फल तो पोटैशियम से भरपूर होते है जो शरीर में रक्तचाप का संतुलन बनाये रखते है। साथ ही साथ आम, अंगूर, केला,आड़ू, जैसे फाइबर युक्त भी फल आपका वजन कम करने में मदद करते है। गर्भवती स्त्री को गर्भ अवस्था में फोलेट की आवश्यकता होती है जो फलों में भरपूर मात्रा में होता है। जो गर्भ में पल रहे शिशु के साथ साथ उसकी माँ के लिए भी लाभकारी होता है।
3.जल स्तर बनाये रखना-
फलों को पर्याप्त मात्रा में लेने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। फलों के रस का प्रतिदिन सेवन करने से व्यक्ति के शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता रहता जिससे उसका मानसिक व शारीरिक संतुलन बना रहता है। वैसे भी बढ़ती हुई ग्लोबल-वार्मिंग की वजह से जिस तरह धरती का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है न जाने कितनी ही नयीं बीमारियाँ प्रतिदिन जन्म ले रही है। ऐसे कितने ही रोग है जो हर रोज़ कितने लोगो की जानों को ख़तम कर रहे है। लेकिन फलों के सेवन से इन बीमारियों से निजात पाया जा सकता है। गर्मियों के मौसम में तरबूज़, खरबूजा, अनार जैसे फलों को आहार में लेने से शरीर में जल का स्तर निरंतर बना रहता है और बढ़ती हुई गर्मी के हानिकारक तत्वों से शरीर दूर रहता है।
4.बढ़ते हुए रोग और फल –
बढ़ते हुए प्रदूषण व् ग्लोबल-वार्मिंग की वजह से आज के समय में पृथ्वी का तापमान साल दर साल निरंतर बढ़ता जा रहा है जिससे मनुष्यों में ही नहीं बल्कि जानवरों व् पक्षियों में भी ऐसी कई बीमारियाँ पैदा हो गयी है जिनका अभी तक कोई इलाज नहीं बन पाया है। चमड़ी-रोग, ह्रदय-रोग, नेत्र-रोग मस्तिष्क-रोगों की संख्या आज लगातार बढ़ती जा रही है। जिससे सिर्फ भारत में ही ना जाने कितने ही लोग प्रतिदिन अपनी जान से हाथ धो बैठते है या फिर आजीवन के लिए बेकार हो जाते है। लेकिन यदि हम हर रोज़ अपने आहार में फलों को भी शामिल कर दें तो इन बीमारियों से बहुत हद तक राहत पायी जा सकती है। फलो में छिपे कईं प्रकृतिक तत्व ऐसे होते है जो इन रोगों को हम से दूर रखते है और हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करते है। डॉक्टरों का भी यही कहना है कि यदि हम हर रोज अपने आहार के साथ साथ सिर्फ एक फल ही लें तो हम अपने शरीर को भविष्य में स्वस्थ रख सकते है। बच्चों के आहार में सुबह-शाम फलों को शामिल करने से उनके मस्तिष्क की शक्ति व् नेत्रों की शक्ति को बढ़ाया जा सकता है।
5. जंगलों की कटाई और फल –
जंगलों की लगातार हो रही कटाई से न तो पेड़ बच रहें है और ना ही फल। ऐसी कईं वन्य प्रजातियाँ है जो अपने आहार के लिए सिर्फ फलों पर ही निर्भर रहती है लेकिन जंगलों की कमी की वजह से उन प्रजातियों को उपयुक्त आहार नहीं मिल रहा है जिससे उन प्रजातियों के साथ-साथ दूसरी अन्य मासाहारी प्रजातियाँ भी विलुप्त होने की कगार पर है। अकेले भारत में ही बाघ,चिड़ियाँ मधुमक्खियों की ऐसी कई किस्में जो बहुत ही कम रह गयी है।
फल प्रकृति द्वारा मनुष्य के लिए एक अदभुद भेंट है जिस से हर उम्र के लोगो को फायदा होता है। फल कच्चे हो या पक्के कभी नुक्सान नही करते। जहां कच्चे फल आचार बनाने के काम आते है वही पक्के फलों को सलाद आदि में भी उपयोग होते है। प्रतिदिन एक फल को अपने आहार में लेने से शरीर बीमारियों की पँहुच से दूर रहता है। इसलिए बच्चे हो यां बड़े-बूढ़े फलों को अपने आहार में अवश्य लेना चाहिए ताकि शारिक और मानसिक ऊर्जा के साथ साथ हर कोई स्वस्थ और खुश-हाल जीवन का आनंद ले सके।