कोरोना महामारी के समय में कैसे तैयार करे खुद को वायरस के खिलाफ मुकाबले के लिए।
90% बीमारियों के जीन हमारे शरीर में अंदर ही होते है जो हमारी इम्युनिटी के कमजोर पड़ते ही सिर उठाने लगते है।
श्वेता रश्मि– नई दिल्ली : पूरे देश में आजकल चर्चा का केंद्र सिमट कर एक जगह आ गया है, जिसका नाम है कोरोना या वाइरस #Covid-19। आखिर क्या है??? ये जिसनें पूरे देश को हिलाकर रख दिया है लोग बेबस है इससे लड़ने में। क्या वाकई हम इसे मात नहीं दे सकते, इसे हरा कर काबू नहीं कर सकते है तो जबाब है बिलकुल कर सकते है। बस उसके लिए आपको अपने शरीर को पहले समझना और जानना होगा कि शरीर के अंदर की मशीनरी कैसे काम करती है। कैसे कुछ रोगों से हम आसानी से लड़ लेते है, और कुछ हमें परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। हम में से कम ही लोगों को ये पता है कि हमारे शरीर में अच्छे और बुरे दोनों तरह के कीटाणु होते है जिनके सहयोग से हमारा शरीर काम करता है व्यवहारिक रूप से जिसे हम व्हाइट सेल और रेड सेल के रूप में जानते है ये हमारे शरीर के खून की कोशिका में मौजूद होते है। जब भी किसी तरह का संक्रमण या कीटाणु हमारे शरीर में अपना असर करते है तो हमें ब्लड की जांच में पता चल जाता है क्योंकि व्हाइट ब्लड सेल के लिए निश्चित की गई संख्या घटने या बढ़ने लगती है। ये बदलाव आपको ये बताता है कि आपके शरीर के अंदरूनी हिस्सों में कोई गड़बड़ी चल रही है उसे पहचान के जल्द से जल्द इलाज के लिए अपने डॉ के पास जाइये।
कोरोना एक बीमारी है जो संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से होती है।
इलाज का टीका अभी खोज में है फिलहाल इससे सावधानी से ही बचा जा सकता है।
सोशल नहीं फिजिकल डिस्टेंस जरूरी है ।
अपने छींक और खांसी का विशेष ध्यान रखे रुमाल का इस्तेमाल करें ताकि दुसरो को कोरोना के साथ साथ सर्दी जुखाम और वायरल से भी बचाया जा सके।
भीड़भाड़ वाली जगहों और समूह में इकट्ठा होने से बचे , सिर्फ अभी नहीं लॉक्ड डाउन के खुलने के बाद भी अगले 6 महीने ताकि इससे हम लड़ सके।
वायरस किसी को भी संक्रमित करता है, तो वह अपने जीवित रहने और खुद को स्थापित करने के लिए आपके शरीर की कोशिकाओं पर हमला करता है। ऐसे में शरीर की ऐसे रोगों से लड़ने की रक्षा प्रणाली, इन कोशिकाएं की रिपेरिंग करनी शुरू कर देती है। लेकिन हमारा शरीर ऐसा करने में तब सफल होता है जब हमारे शरीर की इम्युनिटी मजबूत हो। आपने देखा होगा जब आप बुखार में पड़े होते है तो आपको तमाम तरह की परेशानियां भी घेरने लगती है ।क्योंकि आपका शरीर कमजोर पड़ जाता है एक हमले से लड़ने में, ऐसे में दूसरे अंगों की दिक्कत या इंफेक्शन दिक्कत खड़ी कर देती है । बीते समय के साथ हमनें अपने शरीर पर और बीमारियों पर काफी हद तक काबू पा लिया है ।
90% बीमारियों के जीन हमारे शरीर के अंदर ही होते है जो हमारी इम्युनिटी के कमजोर पड़ते ही सिर उठाने लगते है। कोरोना वायरस ने एक बहस जरूर छेड़ दी है, लोग अपने स्वास्थ्य और इसको लेकर जागरूक हो रहे है पर अभी भी उसकी तादाद कम है। आइये देखते है कैसे आप अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता या कहें इम्युनिटी को बढ़ा सकते है। सिर्फ कोरोना ही नहीं किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए अपने शरीर को तैयार कर सकते है। इसके लिए कही जाने की जरूरत नही बल्कि आपकी दिनचर्या और खानपान पर निगरानी की आवश्यकता है।। हमनें डॉ अजित गाबा हेड आकाश हॉस्पिटल मालवीय नगर दिल्ली से इस बारे मे विस्तार से बात की-
कैसे पता चलता है कि हमारे शरीर मे इन्फेक्शन है और हमारा शरीर कैसे रियेक्ट करता है
हमारे शरीर मे टी सेल नाम की एक विशेष कोशिका होती है जिनका काम बॉडी में किसी भी तरह के इन्फेक्शन को रोकना है। टी सेल को साइटोटोक्सिक टी सेल भी कहा जाता है क्योंकि यह उन कोशिकाओं को मारता है जो जहरीले वायरस से इन्फेक्टेड होती हैं। साइटोटोक्सिक टी कोशिकाओं में विशेष प्रकार का प्रोटीन होता जो उन्हें वायरल से इन्फेक्टेड सेल को पहचानने में मदद करते हैं। इन प्रोटीनों को टी सेल रिसेप्टर्स कहा जाता है।
वायरस का अटैक कब होता है
जब हमारे शरीर की रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक शक्ति कम होती है तो हमारा शरीर आसानी से किसी भी इन्फेक्शन के चपेट में आ जाता है, दूसरी तरफ आम भारतीय की आदतें भी इसके लिए जिम्मेदार है हमें अपने छींकने और खांसते समय विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है पर्सनल हाइजिन का भी ध्यान रखना होता ताकि दूसरों को आसानी से इनके चपेट में आने से बचाया जा सके नाक और मुँह में रुमाल या कपड़े का इस्तेमाल करना जरूरी होता है पर लोग नहीं करते क्योंकि जागरूकता का अभाव है।
इससे कैसे बचा जा सकता है
इससे बचने के लिए आपको अपनी स्वास्थ्य आदतों के साथ खानपान और दैनिक दिनचर्या में बदलाव करने की जरूरत होती है। दूसरी तरफ हमारे शरीर के अंदर मौजूद एंटीबॉडीज भी वायरस को पहचान कर आपके बॉडी के संक्रमण को खत्म करने के लिए मदद करते है ये हमारे शरीर के अलग हिस्सों में मौजूद अंगों के द्वारा बनते है ये भी एक तरह के प्रोटीन हो होते है। कई बार सिम्टम्स पर ट्रीटमेंट शुरू किया जाता है। आपने देखा होगा कि HIV के इन्फेक्शन से लोगों की जान नहीं गई बल्कि बॉडी के इन्फेक्शन से लड़ने की क्षमता कम होने यानी इम्युनिटी कम होने से ऐसा हुआ यहीं पैटर्न इस नये कोरोना वायरस में भी है ये आपके शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित कर रहा है। इसलिए पर्सनल हाइजीन का हाँथो की सफाई और आंखों की टचिंग का विशेष ध्यान रखें।
इम्युनिटी बढ़ाने के उपाय
फिजिकल फिटनेस बहूत जरूरी है एक्सरसाइज आपके इम्युनिटी को बढ़ाने में बहूत सहायक है यह आपके शरीर के एंटीबॉडी और व्हाइट ब्लड सेल को तेज़ी से शरीर के हर हिस्से में भेजता है ऐसा करने से अगर कही कोई इन्फेक्शन पनपने के शुरुआती दौर में है तो व्हाइट सेल उसकी वहीं रिपेरिंग कर के खत्म कर देते है। दूसरी तरफ इनके सक्रिय होने से तनाव बनाने वाले हार्मोन भी कम होते है, जिससे आपके बीमार होने की संभावना कम हो जाती है। इसलिए कोशिश करे कि कम से कम 30 मिनट की एक्ससाइज जरूर करें।
खानपान में शामिल जरूर करें
आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली का अस्सी प्रतिशत हिस्सा आंत में होता है, इसलिए जब हम स्वस्थ होते हैं, तो हम तेजी से और बेहतर तरीके से संक्रमण से लड़ने में सक्षम होते हैं। इसे बेहतर बनाये रखने के लिए कि फल, सब्जियां, साबुत अनाज, मछली, नट्स जरूर शामिल करें इनमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट होता है जो शरीर के अंदर की गंदगी को साफ करता है।
रोग प्रतिरोधक या इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए कारगर काढ़ा
तुलसी, दालचीनी, अदरक, मुनक्के और विटामिन सी से भरपूर फलों और नींबू को जरूर अपने आहार में शामिल करें। आप काढ़ा बना कर भी पी सकते है।
किचेन में छुपा है इम्युनिटी का राज
लहसून, जीरा , धनिया , हल्दी और काली मिर्च को मसालों में। इससे आप काढ़ा भी बना सकते है। अजवायन और ताजे मसालों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करे अपने रोजमर्रा के खाने में।
तनाव से दूर रहे और पर्याप्त नींद ले
शरीर एक मशीन है इसे भी आपके कंप्यूटर की तरह आराम की आवश्यकता है बहूत बार पर्याप्त नींद न लेने के कारण भी आप बीमार पड़ जाते है आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में कुछ समय अपने लिए जरूर निकाले भरपूर नींद ले हो सके तो मेडिटेशन जरूर करे ताकि मानसिक और शारीरिक रूप से आप स्वस्थ रहने के साथ आने वाली किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए तैयार रहे।