Associations & Organizations
Trending

जेपी प्रतिमा को लेकर प्रधानमंत्री से गुहार

लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी।

भिलाई। लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान ने सुपेला में प्रस्तावित अंडर ब्रिज के चलते करीब में स्थापित भारतरत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा को प्रभावित नहीं करने की मांग प्रधानमंत्री से की है। प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आर पी शर्मा ने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सविस्तार जानकारी देते हुए पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया है कि ब्रिटिश साम्राज्य की चूल हिला देने वाले लोकतंत्र के योद्धा जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा को क्षति पहुंचाने के लिए रेल मंत्रालय व्याकुल है। जबकि देश के स्वतंत्रता आंदोलन विशेषकर 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में अपनी उल्लेखनीय भागीदारी की वजह से जेपी इतिहास पुरुष के रूप में जाने जाते हैं।

शर्मा ने अपने पत्र में लिखा है कि दूसरी आजादी के नायक के रूप में प्रतिष्ठा अर्जित करने वाले भारतरत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की इस्पात नगरी भिलाई में स्थापित आदमकद प्रतिमा को स्थानांतरित करने की साजिश रची जा रही है। जिसके फलस्वरूप मुझे लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठा का संस्थापक अध्यक्ष होने के बावजूद भारतीय रेलवे की ओर से एक भी औपचारिक पत्र प्रेषित नहीं किया गया है। इस आशय की मौखिक जानकारी मुझे छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग की ओर से दी गई है। जानकारी मिलते ही मैनें दुर्ग जिला कलेक्टर, दुर्ग जिला पुलिस अधीक्षक, रेलवे बोर्ड, रेल मंत्री, रेलवे रायपुर मंडल को खुले पत्र के माध्यम से जानकारी दी है।

शर्मा ने बताया कि भारतरत्न जेपी की प्रतिमा का अनावरण तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय चंद्रशेखर जी ने 9 जून 1991 को किया था। इसी दौरान भिलाई स्टील प्लांट द्वारा प्रतिष्ठान हेतु एचएससीएल कालोनी रूआबांधा सेक्टर में भी भूमि आवंटित की गई। बाद के दिनों में प्रतिष्ठान को भी बीएसपी द्वारा क्षति पहुंचाई गई। जिसकी सूचना तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दे चुके हैं।

शर्मा ने प्रधानमंत्री को बताया कि जेपी प्रतिमा को अस्थाई रूप से हटाने की एनओसी रायपुर रेल मंडल की ओर से मांगी गई है। इस पर शर्मा का कहना है कि सवा किमी के भीतर दो अंडरब्रिज और एक ओवरब्रिज बने हुए हैं। यह सर्वविदित तथ्य है कि एक प्रभावशाली व्यवसायी के होटल को बचाने के लिए नेहरू में ओवर ब्रिज का नक्शा बदला गया। वहीं चंद्रा-मौर्या अंडरब्रिज का स्थल परिवर्तन मजार के पास से हटाकर सिनेमाहाल के पास भी एक प्रभावशाली व्यवसायी के दबाव में किया गया।

उन्होंने कहा कि जिस तरह नेहरू नगर और चंद्रा-मौर्या अंडरब्रिज-ओवरब्रिज में बदलाव किया गया है, ठीक उसी तरह यहां भारतरत्न जेपी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाए बगैर अंडरब्रिज निर्माण करने की दिशा में पहल की जाए।

बारिश के दिनों मेें अंडरब्रिज में पानी भर जाने की वजह से सुपेला रेलवे क्रासिंग से आवाजाही एकमात्र साधन रह जाता है। जिस पर प्रतिदिन लगभग 10 लाख की आबादी प्रभावित होती है।

सनद रहे 2020 में नई दिल्ली स्थित नरेंद्र निकेतन को गिराया गया था जीसका शिलान्यास
अरुणा आसफ अली जी के कर कमलों से कराया था जननायक स्वर्गीय चंद्रशेखर जी ने। अब भिलाई में जेपी की प्रतिमा को गिरा देने का विचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को बहुत भारी पड़ेगा। आखिर आप को समाजवाद और समाजवादियों से इतना डर क्यों है, इतना ध्यान रखें आप ऐसे नहीं मिटा पाएंगे, समाजवादी स्तम्भ को गिराना आप जैसे भीरू और कमजोर के बस की बात नही, यह सारे कृत्य याद रखे जाएंगे यह मत भूलिए की आपकी कुर्सी सदा के लिए नही है इतिहास में आपको एक कलंक के रूप में याद किया जाएगा ।

आर पी शर्मा

आर पी शर्मा लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान के अध्यक्ष है।

Tags
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close