सजपा चंद्रशेखर का 120 किलोमीटर की पदयात्रा की शुरुआत हुई राष्ट्रीय अध्यक्ष श्यामजी त्रिपाठी ने झंडा दिखा किया रवाना।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हम देश मे आर्थिक आतंकवाद को समाप्त कराने के लिए कृत संकल्पित है और पूरे देश मे हमारी जहां जहां यूनिट है सभी जगह जन जागरण का काम अनवरत करते रहेंगे।
Theजनमत_ब्यूरो । समाजवादी जनता पार्टी (चंद्रशेखर) के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह व राष्ट्रीय प्रवक्ता संतोष कुमार सिंह ने जैसा मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया था कि सजपा 120 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू करेगी।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखरजी की पार्टी समाजवादी जनता पार्टी चंद्रशेखर ने अपने संस्थापक अध्यक्ष के जन्मस्थान इब्राहिम पट्टी बलिया से लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी के जन्मस्थान सिताबदियारा के लिए कूच कर दिया है ।
पार्टी के रास्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्यामजीत्रिपाठी, उत्तरप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिलकुमारसिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री संतोषकुमारसिंह सहित सैकड़ों की संख्या में सजपाचंद्रशेखर के कार्यकताओं ने शिरकत किया।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि यह 120 किलोमीटर की यात्रा वास्तव में जन जागरण के लिए किया जा रहा है जिससे जननायक और लोकनायक जयप्रकाश नारायण के बारे में हर एक जन को जागरूक किया जा सके।
सजपा चन्द्रशेखर के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने कहा कि लगभग 40 वर्ष पहले जब देश घोषित आपातकाल के संकट में फंसा था, तब जिले के दो महापुरुष जयप्रकाश नारायण व चंद्रशेखर के नेतृत्व में देश की जनता ने एक होकर तानाशाही सरकार का मुंहतोड़ जवाब दिया था। आज पुन: देश अघोषित आपातकाल की स्थिति में है। ऐसे में देश के सभी जेपी वादी और चंद्रशेखर वादी एक होकर दोनों महापुरुषों के सपनों के अनुरूप के समाजवाद की स्थापना के संघर्ष का ऐलान करें। कहा कि इसी उद्देश्य के साथ जनसंवाद व जनजागरण के लिए पदयात्रा का निर्णय लिया गया है। इसलिए प्रदेश के सभी चन्द्रशेखरवादियों का आह्वान करता हूँ की इस सद्भावना यात्रा में साथ आएं और और जेपी के सपने को साकार करने में अपना सहयोग करें।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्याम जी त्रिपाठी ने कहा कि भारत दुनिया का पहला देश है जहां राज्यसत्ता का कार्य लोकतंत्र के साधनों से किया जा रहा है इसकी सफलता के लिए आवश्यक है कि समाजवाद की व्यापक चर्चा इस देश में हो समाजवाद के निर्माण के अनुभव पर एक बात बड़ी स्पष्टता से सामने आई है समाजवाद का निर्माण केवल समाज के कानूनों तथा संसाधनों के परिवर्तन से नहीं हो सकता समाजवाद के जो नैतिक और सांस्कृतिक मूल्य हैं वे जब तक जनमानस में नहीं जगह बना लेते तब तक समाजवादी समाज का निर्माण नहीं हो सकता समाजवादी संस्कृति को पैदा करने के लिए समाजवाद को मानने वालों को जीवन की शैली में बदलाव करना होगा ।
आजादी को पाना हो भूदान आंदोलन को जीना हो गरीबों को मुख्यधारा में लाना हो डाकू समस्या का समाधान खोजना हो विकृत व्यक्तियों को समाज में सुधारना हो अहंकारी सत्ता को सबक सिखाना हो उसे सुधारना हो तो जयप्रकाश की राह पर ही चलना होगा। डाकू हो या साधु जयप्रकाश में विश्वास करता था साम्यवादी हो समाजवादी हो या राष्ट्रवादी हो जयप्रकाश में विश्वास करता था खेतिहर मजदूर हो या भूस्वामी हो जयप्रकाश में विश्वास करता था किसी भी उम्र के भारतीय को उत्तेजित करने की ताकत जयप्रकाश में ही निहित थी सत्य को कहने और उस पर चलने का साहस करने वाले का नाम ही लोकनायक जयप्रकाश है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हम देश मे आर्थिक आतंकवाद को समाप्त कराने के लिए कृत संकल्पित है और पूरे देश मे हमारी जहां जहां यूनिट है सभी जगह जन जागरण का काम अनवरत करते रहेंगे ।